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ECB पर लगे रेसिज्म के आरोप, दो अंपायरों ने कराया केस दर्ज

ECB Racism Scandal two umpires sue England cricket board For Racism allegations: नई दिल्ली। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) पर इन दिनों काफी विवाद हो रहा है और शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ जिससे बोर्ड की छवि खराब हो सकती है। इंग्लैंड के दो पूर्व अंपायर जॉन होल्डर और इस्माइल दाउद ने शुक्रवार को ईसीबी पर रेसिज्म (नस्लीय पक्षपात) के कथित आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। इंग्लैंड के दोनों अंपायरों ने बोर्ड पर मैनेजमेंट रेसिज्म में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए मैच अधिकारियों में अल्पसंख्यक अधिकारियों की कमी को लेकर स्वतंत्र जांच कराने की मांग की।

'द गार्जियन' में छपी खबर के अनुसार जॉन होल्डर ने क्रिसमस से दो दिन पहले रोजगार ट्रिब्यूनल के लंदन ऑफिस में जाकर कंप्लेंट की। रिपोर्ट के अनुसार होल्डर के साथ ईसीबी ने नस्लीय पक्षपात किया था।

हैंपशायर के लिये खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर ने अपने कार्यकाल के दौरान इंग्लैंड के लिये 11 टेस्ट और 19 वनडे मैचों में अंपायरिंग करने का काम किया। होल्डर ने इंग्लैंड के लिये 1983 से लेकर 2009 के बीच लगभग 3 दशक तक अंपायरिंग करने का काम किया।

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होल्डर ने अपनी शिकायत में उनके कार्यकाल के दौरान ईसीबी की ओर से प्रथम श्रेणी के दौरान मिले मौकों को लेकर कंप्लेंट की है। शिकायत के अनुसार होल्डर को 1991 में ईसीबी की टेस्ट लिस्ट मैच से बाहर निकाल दिया गया था। होल्डर ने दावा किया है कि उनके साथ ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ ओवल में खेले गये मैच में बॉल टैंपरिंग को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।

होल्डर और पूर्व अंडर 19 क्रिकेटर दाउद ने ईसीबी के साथ मुआवजे की मांग की है, दोनों ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि पैनल में शामिल नहीं किये जाने के चलते वो अंपायरिंग में अपना करियर नहीं बना सके।

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उन्होंने दावा किया कि ईसीबी ने उनसे कहा था कि उन्हें एक साल में पैनल में शामिल कर लिया जायेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. वहीं उनसे जूनियर अधिकारियों को 6 बार प्रमोशन दिया गया, मुझे पता नहीं चला कि ऐसा क्यों किया गया। मेरे साथ जो पक्षपात और मानसिक शोषण किया गया वह काफी दर्दनाक रहा।

वहीं ईसीबी के एक अधिकारी ने इस पर बात करते हुए कहा कि हमें अभी इस मामले पर पूरी जानकारी नहीं है, इसलिये जब तक हम इसे देख नहीं लेते, इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते।

Story first published: Thursday, December 31, 2020, 20:31 [IST]
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