नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच खेल जा रहे पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड की पारी 285 रन पर सिमटी जवाब में भारत ने 274 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के शुरूआती दिन उन्होंने 60 रन देकर चार विकेट झटके जिससे मेजबान टीम पहले दिन नौ विकेट पर 285 रन ही बना सकी। अश्विन की सफलता का राज खुद अश्विन बता रहे हैं। भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का कहना है कि काउंटी क्रिकेट में खेलने और अपने गेंदबाजी एक्शन में जरा सा फेरबदल करने से उन्हें फायदा मिला।
अश्विन काउंटी टीम वारेस्टरशर की ओर से खेल चुके हैं, उन्होंने बीसीसीआई डाट टीवी से कहा, ''जब मैं यहां पिछले साल काउंटी खेलने आया था तो पहली चीज मैंने महसूस की कि यहां के गेंदबाज किस रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। ''उन्होंने कहा, ''यहां की परिस्थितियां पहले दिन ही काफी धीमी हैं। आप थोड़ा उछाल हासिल कर सकते हो लेकिन अगर रफ्तार सही नहीं है तो बल्लेबाजों को फ्रंट और बैकफुट पर उसी गेंद को खेलने के लिये काफी समय मिल जायेगा। मैं जब यहां आया तो मैंने यही चीज महसूस की। ''
इस 31 वर्षीय भारतीय गेंदबाज ने अभी तक 58 टेस्ट में 316 विकेट चटकाये हैं। इसके बाद ही उन्होंने अपने गेंदबाजी एक्शन पर काम करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, ''पिछले 12 से 18 महीनों मैंने काफी समय क्लब क्रिकेट खेलने में लगाया है। मैं अपने एक्शन को थोड़ा सरल करने पर काम कर रहा था और मैं इसमें कारगर रहा। ''
अश्विन ने कहा कि उन्होंने हवा में ही गेंद से बल्लेबाजों को धोखा देने पर ध्यान लगाया और इसके लिये उन्होंने काफी कड़ी मेहनत की।
उन्होंने कहा, ''हम हमेशा पिच की प्रकृति के हिसाब से विकेट लेने के बारे में बात करते हैं कि विकेट कितना अच्छा है लेकिन अब बल्लेबाज इस विकेट पर खेलने का लुत्फ उठाते हैं। इसलिये मैं हवा में ही गेंद पर काम करने के बारे में सोच रहा था। ''