नई दिल्लीः आईसीसी की प्रतियोगिता में न्यूजीलैंड की टीम अपने टूटे हुए दिल को याद रखती है। 2019 विश्व कप में जो इस टीम के साथ हुआ वह किसी टीम के साथ नहीं होना चाहिए। अब इंग्लैंड के हाथों मिली उस दुखाने वाली हार के बाद कीवी टीम एक बार फिर से अंग्रेजों की धरती पर मौजूद है और यहां 18 जून को उन्हें एक बार फिर आईसीसी का खिताबी मुकाबला खेलना है। इस बार टीम होगी- भारत, लेकिन उससे पहले दो मैचों की टेस्ट सीरीज मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ आज से शुरू हो रही है।
केन विलियमसन की टीम मजबूत है लेकिन वे जानते हैं कि इंग्लैंड अपनी धरती पर कितना ताकतवर है। जो रूट की कप्तानी वाली टीम अपनी मनपसंद एशेज सीरीज से पहले लगातार सात टेस्ट में जीतने का मंसूबा पाल कर बैठी है। केन विलियमसन यह बात जानते हैं कि इंग्लैंड ने अपनी धरती पर 2014 से कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है। केन विलियमसन कहते हैं कि हां हम यह बात जानते हैं कि यह बहुत ही मुश्किल चुनौती साबित होने जा रही है।
एशेज को लेकर रूट फिर हुए मुग्ध, भारत-न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार 7 जीत की कर रहे हैं बात
केन विलियमसन ने मैच से पहले बात करते हुए कहा कि इंग्लैंड अपनी जमीन पर बड़ा ही जबरदस्त रहा है और हम चुनौती की ओर देख रहे हैं। विश्व कप 2019 के फाइनल पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत ही जबरदस्त मुकाबला था। यह न्यूजीलैंड की टीम उससे अलग है और उस बात को काफी दिन हो चुके हैं। केन विलियमसन ने पिछले साल लॉर्ड्स के मैदान में शतक जमाया था और इस बार भी ऐतिहासिक मैदान से ही कीवी टीम अपने अभियान की शुरुआत करने जा रही है जिसके लिए केन विलियमसन कहते हैं कि एक टेस्ट क्रिकेट टीम के तौर पर हमारा ध्यान पूरी तरह इसी प्रारूप पर है।
केन विलियमसन मानते हैं कि लॉर्ड्स के मैदान पर जब भी खेलने का मौका मिलता है वह बड़ा ही अच्छा होता है क्योंकि यह क्रिकेट का घर है और कुछ लड़के ऐसे हैं जिनके लिए इस मैदान पर पहला मुकाबला होने जा रहा है। यह काफी अच्छी बात है भले ही टीम के पास बायो बबल में रहने की थकान चुनौती है। इंग्लैंड में सीमित संख्या में भीड़ वापस आएगी जिसके लिए केन विलियमसन उत्साहित हैं।
अगर न्यूजीलैंड के टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें जो उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर बना रखे हैं तो विलियमसन ज्यादा बोलना नहीं चाहते। उनका कहना यह है कि वह आंकड़ों को लेकर अधिक चिंतित नहीं होते क्योंकि वे ज्यादा मायने नहीं रखते। असल में न्यूजीलैंड का लॉर्ड्स में शर्मनाक रिकॉर्ड है और केन विलियमसन इस बारे में ध्यान नहीं देना चाहते हैं क्योंकि अगर वह इस ओर फोकस करेंगे तो पाएंगे न्यूजीलैंड ने 1931 के बाद से लॉर्ड्स में 17 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें केवल एक ही जीत हासिल हुई है। जाहिर है कोई भी कप्तान या कोई भी कीवी प्रशंसक यह रिकॉर्ड याद ही नहीं रखना चाहेगा।