परफेक्ट टेस्ट साबित हुए पहला मैच-
इसके साथ ही यह मुकाबला तीन विकेट से अंग्रेजों के नाम हो गया है और 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में उनको 1-0 की महत्वपूर्ण बढ़त मिल चुकी है। इस जीत के हीरो रहे क्रिस वोक्स और जोस बटलर जिन्होंने पारी को संभालते हुए छठे विकेट के लिये 139 रन की साझेदारी कर के इंग्लैंड को जीत के करीब पहुंचा दिया और दोनों ने क्रीज पर टिक कर पाकिस्तानी गेंदबाजों का दबदबा खत्म कर दिया।
बटलर ने 75 रनों की तेज पारी और वोक्स 84 रनों की उतनी ही तेज पारी खेलने के साथ अंत तक आउट नहीं हुए। इंग्लैंड ने यह मुकाबला 3 विकेट से तब जीता है जब उनके स्टार खिलाड़ी बेन स्टोक्स दोनों ही पारी में बल्ले से दहाई का आंकड़ा भी छू नहीं सके।
अपनी धरती पर इंग्लैंड को चेज करते हुए मिली छठी बड़ी जीत-
यह इंग्लैंड द्वारा सफलतापूर्वक चेज किया गया 10वां सबसे बड़ा लक्ष्य है और अपनी धरती पर उन्होंने ये 6ठा सबसे बड़ा टारगेट टेस्ट मैच में चेज किया है।
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इंग्लैंड की टीम को 164 मौकों पर 275 या उससे ऊपर का लक्ष्य मिला है जिसमें उन्होंने 10 बात जीत दर्ज की है और 103 बार हार नसीब हुई है जबकि 51 मुकाबले ड्रा रहे हैं। ओल्ड ट्रेफर्ड में ऐसे मुकाबलों में इंग्लैंड को 2 जीत हासिल हुई, 7 हारे और 2 ड्रा किए। ये आंकड़ा बताता है कि यह जीत इंग्लैंड के लिए कितनी बड़ी है।
विदेशी धरती पर पाकिस्तान को मिली लगातार 7वीं हार
वहीं यह विदेशी धरती पर (पाकिस्तान और यूएई से बाहर) पाकिस्तानी टीम की लगातार 7वीं हार थी। इससे ठीक पहले पाकिस्तान को दो बार ऑस्ट्रेलिया में हार का सामना करना पड़ा (ये दोनों ही पारी की हार थी), उससे पहले तीन बार साउथ अफ्रीका से हारना पड़ा और इससे पहले इंग्लैंड की ही धरती पर लीड्स में पाक टीम ने 1 पारी और 55 रनों की हार का सामना किया था।
यह रिकॉर्ड बताता है कि पाकिस्तान की विदेशी धरती पर हालत खस्ता रही है लेकिन इस मैच में पाक ने वाकई शानदार प्रदर्शन किया और मैच को लगभग जीतने की कगार पर ले गए थे।
चेज में 5 विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड का दूसरा बेस्ट स्कोर-
जैसा की हम जानते हैं कि लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड के 5 विकेट 117 रनों पर ही गिर चुके थे फिर भी इस टीम ने जीत के लिए बचे हुए 160 रन जोड़े। यहां भी एक शानदार रिकॉर्ड बना दिया गया है। क्योंकि इंग्लैंड को अब तक जितनी भी जीत लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए मिली है और इस प्रयास में उसके पांच विकेट गिरने के बाद जितने भी रन बने हैं, यह 160 रन उनमें दूसरे सर्वाधिक रन हैं। इससे पहले इंग्लैंड ने 1902 में द ओवर में कंगारूओं के खिलाफ चेज करते हुए 5 विकेट गिरने के बाद भी 215 रन जोड़े थे।
40 टेस्ट के बाद सबसे तेज विकेट में यासिर शाह दूसरे नंबर पर-
यह मुकाबला यासिर शाह के लिए बेहतर था। पिछले एक साल से अपनी लय पाने में संघर्ष कर रहा ये लेग स्पिनर अपनी फिरकी के जाल में अंग्रेजों को फंसाता हुआ दिखाया दिया। उन्होंने दोनों पारियों में 4-4- विकेट लिए लेकिन जाहिर है कि दूसरे छोर पर वैसी मदद उनके लिए मौजूद नहीं थी।
इसके साथ ही यासिर 40 टेस्ट खेलने के बाद सर्वाधिक विकेट हासिल करने वाले गेंदबाजों में दूसरे नंबर पर आ चुके हैं। अब उनके नाम 40 टेस्ट खेलने के बाद 221 विकेट हैं। इस लिस्ट में उनसे ऊपर भारत के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हैं जिन्होंने इतने ही टेस्ट मैचों के बाद अपने विकेटों की टेली 223 की हुई थी।