पहले से जानता था द्रविड़-गांगुली का टैलेंट
इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी डोमेनिक कॉर्क मे उस मैच के करीब 24 साल बाद इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि वह इन दोनों महान खिलाड़ियों के हुनर से उनके डेब्यू करने से पहले से परिचित थे और उनको लेकर जो खौफ उनके दिल में था वो आखिरकार सच साबित हुआ। उन्होंने कहा कि गांगुली और द्रविड़ में बेहद शानदार बल्लेबाजी का टैलेंट रहा है।
उन्होंने कहा,' लॉर्ड्स में उन्हें गेंदबाजी करने से पहले भी हमारा आमना सामना हुआ था। दोनों खिलाड़ी भारत ए की टीम का हिस्सा थे और मैं इंग्लैंड ए की टीम के लिये उनका सामना कर चुका था। इंडिया ए के लिए खेलते हुए इन दोनों ही बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की थी।'
दोनों के हुनर से होता था खौफ
इंग्लैंड के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी ने दोनों भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि मैदान पर इन दोनों खिलाड़ियों की टाइमिंग देखने लायक थी। आप कोई भी गेंद फेंको उनके पास उसे खेलने के लिये काफी समय होता था। उन्होंने कहा कि उनकी स्किल्स को देख कर मुझे डर था कि वो हमसे मैच दूर ले जायेंगे।
उन्होंने कहा,'गांगुली और द्रविड़ दोनों ही गेंद के सुपर टाइमर्स थे। उस मैच में वही हुआ जिसका मुझे डर था। मुझे लगा था कि यह जोड़ी हमसे मैच को दूर ले जायेगी और वही हुआ। इस जोड़ी ने टीम इंडिया के जल्द लड़खड़ाने के बाद टीम को संभाला और 344 रन के जवाब में 429 रन बनाए।'
ऐसा रहा था पहला मैच
गौरतलब है कि लॉर्डस के मैदान पर खेला गया सीरीज का यह दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने अपना टेस्ट डेब्यू किया। इस मैच में गांगुली ने 301 गेंदें खेलकर 131 रन बनाये, जिसमें उन्होंने 20 चौके लगाए थे। वहीं राहुल द्रविड़ ने 267 गेंदों पर 95 रन की पारी खेली थी और 6 चौके लगाए थे।
आपको बता दें कि सौरव गांगुली ने इस मुकाबले में गेंद से भी कमाल दिखाया था और दोनों पारियों को मिलाकर तीन विकेट लिए थे। नासिर हुसैन गांगुली के पहले टेस्ट विकेट थे। गांगुली ने उन्हें विक्रम राठौर के हाथों 36 रन ही कैच करवा दिया था।