नई दिल्ली। इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी मोइन अली का मानना है कि इस साल से शुरू होने वाले 100 बॉल टूर्नामेंट 'द हंड्रेड' के आयोजन को लेकर अपनी राय रखी है। मोइन अली का मानना है कि इस टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करनी चाहिये। बुधवार को इस टूर्नामेंट के आयोजन और उसके भविष्य को लेकर ईसीबी के अधिकारियों ने बैठक की।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अधिकारियों ने इस मीटिंग में जोर देते हुए कहा था कि नए दर्शकों को लुभाने के लिए इस नए 100 गेंद प्रति टीम के प्रारूप में इंग्लैंड क्रिकेट की 18 प्रथम श्रेणी काउंटी टीमों के बजाए 8 फ्रेंचाइजी टीमें को भाग लें। हालांकि दुनिया भर में फैली महामारी के चलते विश्व क्रिकेट ठप्प पड़ा है तो मोइन अली को लगता है कि इस टूर्नामेंट के आयोजन में जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिये।
और पढ़ें: Women ODI चैम्पियनशिप में नहीं होगा भारत-पाक मैच, पाकिस्तान की कप्तान ने जताई नाराजगी
मोइन अली ने कहा कि अगर 'द हंड्रेड' का आयोजन किया भी जाता है तो स्वास्थ्य और यात्रा संबंधित बाधाओं के कारण विदेशों के टॉप खिलाड़ी इसमें खेलने के लिए नहीं आ पाएंगे।
मोईन को 'द हंड्रेड' में बर्मिंघम फोनिक्स का कप्तान बनाया जाना है। उन्होंने बुधवार को एक कांफ्रेस कॉल में कहा कि बेहतर यही होगा कि इसे देर से कराया जाए।
और पढ़ें: कभी भी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा सकता है यह बल्लेबाज, बेन स्टोक्स ने बताया नाम
उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी के तौर पर हम चाहते हैं कि 'द हंड्रेड' दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के बीच खेला जाए जिससे इसे कराने का औचित्य होगा। शायद सत्र के अंतिम दो महीनों में इतना कुछ कराया जायेगा कि 'द हंड्रेड' को भी इसमें कराना मुश्किल होगा। हम चाहते हैं कि जब सब कुछ सही हो, इसे तभी खेला जाए।'
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते ईसीबी ने पिछले हफ्ते 2020 के जुलाई सेशन तक हर तरह के क्रिकेट आयोजन को रद्द कर दिया था।