क्रिकेट लौटा अपने 'घर'
इसके बाद यह मुकाबला टाई होकर ना केवल सुपरओवर के रोमांच तक गया बल्कि बाद में सुपर ओवर भी टाई हो गया। इसके बाद इस मैच का नतीजा टीमों के द्वारा उनकी पारियों में लगाए गई बाउंड्री के आधार पर समाप्त हुआ। इंग्लैंड ने जहां 24 बाउंड्री लगाई थी तो वहीं न्यूजीलैंड केवल 16 ही बाउंड्री लगा सका और 8 बाउंड्री के अंतर से विश्व कप हार गया। इसी के साथ क्रिकेट के जन्मदाता देश के पास पहली बार विश्व कप पहुंच गया है।
23 साल बाद मिला नया चैंपियन
यह 1996 के बाद पहला मौका है जब क्रिकेट को नया विश्व विजेता मिला है। 1996 में श्रीलंका की टीम ने भी पहली बार विश्व कप जीता था। इंग्लैड की जीत के हीरो स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स रहे जिन्होंने जिन्होंने नाबाद 84 रन बनाए और सुपर ओवर में भी अपनी अहम भूमिका निभाई। इंग्लैंड की जीत में जोस बटलर ने भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 60 गेंदों पर 59 रनों की तेज पारी खेलकर गेम का रूख इंग्लिश टीम की ओर मोड़ दिया था। बटलर ने भी सुपर ओवर में बढ़िया बल्लेबाजी की थी और अंतिम गेंद पर चौका लगाया था।
विश्व कप 2019: न्यूजीलैंड को रोमांचक मुकाबले में हराकर पहली बार विश्व चैंपियन बना इंग्लैंड
इनके नाम हुए बड़े अवॉर्ड-
इस महामुकाबले के बाद 98 गेंदों में 84 रन नाबाद बनाने वाले स्टोक्स को मैन ऑफ द मैच अवार्ड दिया गया है। इसके अलावा न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया है। वे इस विश्व कप की 9 पारियों में 578 रन बना चुके हैं और इस दौरान उनका औसत भी 82.57 रहा है। विलियमसन अब विश्व कप के पूरे इतिहास में ऐसे कप्तान बन गए हैं जिन्होंने एक विश्व कप संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। विलियमसन ने इस मौके पर टूटे दिल से कहा कि इस स्टेज पर आकर इस नतीजे को पचाना बहुत मुश्किल है। कुछ ऐसे मौके थे जो किसी भी तरफ जा सकते थे। अंत में उन्होंने इंग्लैंड को जीत के लिए बधाई दी।
फाइनल मैच के दौरान भद्दे कपड़े पहन मैदान में घुसी महिला, पॉर्न साइट को किया प्रमोट
मील का पत्थर साबित हुआ स्टोक्स के लिए विश्व कप-
स्टोक्स ने इस दौरान माना कि उनके पास अपनी भावनाएं जाहिर करने के लिए शब्द नहीं हैं। उन्होंने कहा- जिस तरह की कठिन मेहनत पिछले चार महीनों में की गई है और इतने अच्छे खेल के रूप में उसको दोहराया गया यह अविश्वसनीय बात है। सभी के सपोर्ट के लिए शुक्रिया। आपको बता दें कि स्टोक्स ने विश्व कप 2019 की 10 पारियों में 465 रन बनाए और उनका औसत 66.43 रहा जबकि स्ट्राइक रेट 115.36 रहा। इस दौरान उन्होंने पांच अर्धशतक भी लगाए जो इस विश्व कप में किसी भी इंग्लिश बल्लेबाज द्वारा लगाए सर्वाधिक अर्धशतक हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने 7 विकेट भी लिए। स्टोक्स के करियर के लिए यह विश्व कप मील का पत्थर साबित हुआ।