नई दिल्ली। किसी भी खिलाड़ी के लिये उसके खेल में दिये गये योगदान की वजह से उसे पहचान मिलना और सम्मान हासिल करने से बड़ा सुख कुछ भी नहीं होता, हालांकि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के लिये खेलने वाले एक खिलाड़ी को यह सम्मान हासिल करने के लिये 50 साल का इंतजार करना पड़ा। इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ऐलन जोन्स को अपने देश के लिये एकमात्र टेस्ट मैच खेलने के 50 साल बाद बुधवार को टेस्ट क्रिकेटर का सम्मान मिला और पहचान मिली।
ऐलन जोन्स को 81 साल की उम्र में ईसीबी ने टेस्ट क्रिकेट सौंपी और आधिकारिक रूप से इंग्लैंड के 696वें टेस्ट क्रिकेटर के रूप में उनका नाम शामिल किया। ऐलन जोन्स ने साल 1970 में रेस्ट ऑफ वर्ल्ड बनाम इंग्लैंड के बीच हुई टेस्ट सीरीज के पहले मैच में अपना डेब्यू किया था, जिसे शुरुआत में अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट का दर्जा हासिल था, हालांकि 1972 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इन मैचों से टेस्ट क्रिकेट का दर्जा छीन लिया था।
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अपने करियर में इंग्लैंड की ओर से एकमात्र टेस्ट मैच खेलने वाले जोन्स पहली पारी में शून्य तो वहीं दूसरी पारी में 5 रन के स्कोर पर माइक प्रॉक्टर की गेंद का शिकार बनें। हालांकि इसके बाद उन्हें दोबारा कभी भी इंग्लैंड की टीम में खेलने का मौका नहीं मिला।
इन सबके बावजूद जोन्स को टेस्ट क्रिकेट में जो सम्मान मिलना चाहिये था उसके लिये उन्हें 50 सालों का इंतजार करना पड़ा। इंग्लैंड ऐंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने मौजूदा लॉकडाउन पाबंदियों के कारण जोन्स को कैप सौंपने का कार्यकम वीडियो लिंक के जरिए किया।
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जोन्स ने अपनी नई कैप हासिल करने के बाद कहा, 'यह फिट बैठती है। अब मैं हेलमेट का इंतजार कर रहा हूं।'
आपको बता दें कि जोन्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 36,049 रन बनाए हैं जो आईसीसी की ओर से स्वीकृत टेस्ट में नहीं खेलने वाले किसी बल्लेबाज की ओर से बनाये गये सबसे ज्यादा फर्स्ट क्लास रन हैं।