इस वजह से क्रिकेट से हुई नफरत
ईएसपीएन क्रिकइंफो के साथ बात करते हुए डॉम बेस ने कहा,'भारत दौरे के बाद मुझे क्रिकेट से नफरत हो गई थी जिसके चलते मैंने एक अच्छा खासा ब्रेक लिया। यह बहुत बार देखने को मिला लेकिन भारत के खिलाफ उस बायो बबल में दबाव के अंदर खेलना मेरे प्रदर्शन को प्रभावित कर रहा था। ऐसे में मेरे लिये वापस आने के बाद ऐसा करना काफी जरूरी था।'
खुद को सुधारने पर कर रहे हैं काम
इस दौरान डॉम बेस ने यह भी साफ किया कि वो अब मैदान पर वापस आने के बाद अपने अच्छे प्रदर्शन में निरंतरता लाने का प्रयास कर रहे हैं और भारत दौरे से मिली सीख को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं। बेस ने काउंटी चैम्पियनशिप में ससेक्स के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी करते हुए यॉर्कशॉयर के 5 विकेट हासिल करने का काम किया है।
उन्होंने कहा, 'सच कहूं तो मैं फिलहाल इंग्लैंड के बारे में बिल्कुल नहीं सोच रहा, बेशक टीम में जगह बनाना गोल है लेकिन मैं इसको लेकर खुद पर बहुत ज्यादा दबाव नहीं बना रहा। यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि मैंं आगे क्या करता हूं जो कि लंबी प्रक्रिया है। मैं अभी 23 साल का हूं और अगले 4-5 सााल में खेल को कहां ले जा सकता हूं उस पर निर्भर करता है। अगर मौका मिला तो मैं फिर से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बना सकता हूं और अपने खेल को ज्यादा बेहतर बना सकता हूं।'
टीम से बाहर नहीं करेगी इंग्लैंड
इस दौरान डॉम बेस ने भरोसा जताया कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम के चयनकर्ता उन्हें भारत दौरे के बाद टीम से बाहर नहीं करने वाले।
उन्होंने कहा,'मुझे यकीन है कि वो मुझे टीम से बाहर नहीं फेंकने वाले हैं। मुझे भारत दौरे से काफी कठिन सबक सीखने को मिले हैं जिसके बाद मुझे कोच जीतन पटेल और रिचर्ड डॉसन का समर्थन मिला, जिनसे मैं लगातार संपर्क में हूं। मै जैक लीच के साथ भी बात करता रहता हूं और मुझे लगता है कि यह जरूरी है कि आप अपने अंदर दोबारा विश्वास का निर्माण कर सकें। यह सिर्फ आपके बारे में नहीं बल्कि टीम के बारे में हैं।'