ऑस्ट्रेलिया ने की खराब शुरुआत
उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और महज 1 ओवर के अंदर 3 रन के स्कोर पर अपने 2 विकेट खो दिये। जहां डेविड वॉर्नर बिना खाता खोले पवेलियन लौटे तो वहीं पर एलेक्स कैरी 2 रन बनाकर आउट हो गये। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने पांचवे ओवर में 30 रन के स्कोर पर अपना तीसरा विकेट भी खो दिया।
हालांकि यहां से कप्तान एरॉन फिंच (33 गेंदों पर 40) और मार्कस स्टोइनिस (26 गेंदों पर 35) ने पारी को संभाला और 3 ओवर में पांच विकेट खोकर स्कोर को 89 तक पहुंचाया। वहीं ग्लेन मैक्सवेल (18 गेंदों पर 26) और एस्टन एगर (20 गेंदों पर 23) की पारियों से ऑस्ट्रेलिया की टीम अंतिम सात ओवरों में 68 रन जोड़ने में सफल रही और निर्धारित 20 ओवरों में 157 रन का चुनौती भरा स्कोर खड़ा किया।
मलान-बटलर ने इंग्लैंड को जिताया
वहीं 157 रनों का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने भी खराब शुरुआत की और जॉनी बेयरस्टो (9) का विकेट जल्दी गंवा दिया जो कि हिटविकेट होकर वापस पवेलियन लौटे। इसके बाद पिछले मैच के हीरो डेविड मलान (42) और जोस बटलर (नाबाद 77) ने पारी को संभाला और दूसरे विकेट के लिये 87 रनों की साझेदारी की।
ऑस्ट्रेलिया के लिये एश्टन एगर ने वापसी कराने का काम किया और (27 रन देकर दो विकेट) डेविड मालन और टॉम बैंटन (2) को आउट कर टीम को वापस जीत की रेस में ले आये।
फिर एक बार एडम जम्पा बने विलेन, इस ओवर में ऑस्ट्रेलिया हारा मैच
वहीं एडम जम्पा ने कप्तान इयोन मोर्गन (7) का विकेट लेकर मैच को रोमांचक बना दिया। हालांकि पिछले मैच में बुरी तरह पिटे जंपा इस मैच में भी विलेन साबित हुए और ऑस्ट्रेलिया की हार का कारण बने। 19वें ओवर में इंग्लिश बल्लेबाज दबाव में थे लेकिन फिंच ने जंपा को 19वां ओवर सौंपने का गलत फैसला किया।
इंग्लैंड को जीत के लिये 2 ओवर में 18 रन की दरकार थी जिसे जंपा के ओवर में मोइन अली (छह गेंद पर नाबाद 13) और जोस बटलर ने 5 गेंद में बना डाला। इस ओवर में इन दोनों बल्लेबाजों ने 2 छक्के और 1 चौका लगा कर टीम को जीत दिलाई। एडम जंपा एक बार फिर महंगे साबित हुए और 3.5 ओवर में 42 रन लुटाकर सिर्फ 1 विकेट ही ले सके।
इंग्लैंड के लिये आदिल राशिद और मार्क वुड (दोनों चार ओवर में 25 रन देकर एक) ने किफायती गेंदबाजी की जबकि क्रिस जोर्डन (40 रन देकर दो) सबसे सफल गेंदबाज रहे।