मौकों को भुनाने में नाकाम रही पाकिस्तान की टीम
अजहर अली ने इंग्लैंड की जीत के लिये जोस बटलर और क्रिस वोक्स की साझेदारी को श्रेय देते हुए कहा कि पाकिस्तान की टीम के हार की सबसे बड़ी वजह रही मौकों को भुनाने में नाकाम रहना।
मैच के बाद अली ने कहा, ‘यह शानदार टेस्ट मैच था, लेकिन हारने वाली टीम होना निराशाजनक है। हमारे पास इंग्लैंड को ऑल आउट करने का मौका था, हमने रन आउट के कई मौकों को गंवा दिये। टेस्ट क्रिकेट में यह किसी अपराध की तरह है। मैच जीतने के लिए यह स्कोर काफी था।'
पाकिस्तानी गेंदबाजों के पास नहीं था वोक्स-बटलर का जवाब
उल्लेखनीय है कि पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड की टीम को जीत के लिये 277 रनों की दरकार थी जिसका पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम ने 117 रन पर अपने 5 विकेट खो दिये थे, यहां पर लगा कि शायद पाकिस्तान की टीम मैच को जीत सकती है लेकिन तभी जोस बटलर (75) और क्रिस वोक्स (नाबाद 84) ने छठे विकेट लिए 139 रन की साझेदारी की और इंग्लैंड को तीन विकेट से जीत दिला दी।
इसको लेकर अजहर ने कहा, ‘ पिच से हमें कुछ खास मदद नहीं मिल रही थी, लेकिन इस जोड़ी ने भी हमारे गेंदबाजों के खिलाफ अपना दबदबा बना लिया। उन्होंने रुख बदल दिया और हम उनकी चुनौती का जवाब नहीं दे सके।'
जीत को लेकर जानें क्या बोले कप्तान रूट
वहीं इंग्लैंड की जीत को लेकर कप्तान जो रूट ने साफ किया कि उन्हें इस बात का अहसास था कि अगर उनकी टीम को 277 रनों के लक्ष्य का पीछा करना है तो एक खास पारी या साझेदारी की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा, ‘हम अपने खिलाड़ियों पर इससे अधिक ज्यादा गर्व नहीं कर सकते। शानदार साझेदारी (वोक्स और बटलर के बीच) और उससे से शानदार उनका तरीका था। हमें पता था कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ विशेष करना होगा। पिछली गर्मियों के बाद हालांकि हम ऐसी स्थिति में विश्वास करना नहीं छोड़ते। यही हमारी वास्तविक विशेषता है।'
आक्रामक होने के अलावा नहीं था दूसरा रास्ता
वहीं इंग्लैंड की जीत के हीरो और मैन ऑफ द मैच रहे क्रिस वोक्स ने पिच को मुश्किल बताते हुए कहा कि ओली पोप के जाने के बाद उनके और जोस बटलर के पास आक्रामक बल्लेबाजी करने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं रहा है। वोक्स ने इस मैच में 4 विकेट भी हासिल किये हैं।
उन्होंन कहा, ‘ओली पोप के आउट होने के बाद हमें पता था कि पिच कैसी होगी। इससे हमें अक्रामक खेलने को लेकर मन बनाने में आसानी हुई, हम उन्हें दबाव में लाना चाहते थे।'