सिब्ले को मिली चेतावनी
उल्लेखनीय है कि आईसीसी ने इस नियम को पहली बार तोड़ने वाले खिलाड़ी को चेतावनी जारी करने का आदेश दिया है और अगर दोबारा खिलाड़ी इस नियम को तोड़ता है तो विपक्षी टीम को 5 अतिरिक्त रन देने का प्रावधान है। दोनों टीमें इस बात का ध्यान रख रही थी लेकिन मैनचेस्टर में जारी टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज डॉमनिक सिब्ले से यह गलती हो गई और वो गेंद पर लार का इस्तेमाल कर बैठे। यह बात सामने आने के बाद अंपायर्स ने गेंद को सैनेटाइज किया।
सिब्ले को इसे लेकर चेतावनी दी गई और उन्होंने तुरंत अपनी गलती को स्वीकार किया और यह कहते हुए माफी मांग ली कि जब वो फील्डिंग कर रहे थे तो उन्होंने गलती से गेंद पर लार का इस्तेमाल किया। इसके बाद 41वां ओवर होने के बाद अंपायर माइकल गॉफ ने सैनेटाइज टिश्यू लिया और दोनों तरफ से गेंद को रगड़ा।
दोबारा खेल शुरु करने के लिये सैनेटाइज जरूरी
गौरतलब है कि अगर कोई खिलाड़ी इस नियम को तोड़ता है तो आईसीसी की ओर से दोबारा खेल को शुरु करने के लिये गेंद को सैनेटाइज करना बेहद जरूरी है। नये नियम के लागू होने के बाद से गेंद पर लार के इस्तेमाल का यह पहला मामला है।
आपको बता दें कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच जारी टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ होने की ओर है। मैच का तीसरा दिन बारिश के चलते पूरी तरह से धुल गया था। वहीं इंग्लैंड ने पहली पारी में 469 रन बनाकर घोषित की थी तो वेस्टइंडीज की टीम ने 87 ओवर के खेल के बाद 7 विकेट खोकर 252 रन बना लिये हैं।
शतक लगा सिब्ले ने बनाया था रिकॉर्ड
इससे पहले डॉमनिक सिब्ले ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक जड़कर टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला था। वहीं उनका यह शतक इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास का दूसरा सबसे धीमा शतक था। डॉमनिक सिब्ले ने बेन स्टोक्स के साथ मिलकर मैनचेस्टर के मैदान पर चौथे विकेट के लिये 260 रनों की साझेदारी की थी जो कि ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर किसी भी विकेट के लिये की गई दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है।
सिब्ले ने मैनचेस्टर की मुश्किल पिच पर 465 मिनट तक बल्लेबाजी करते हुए अपना शतक पूरा किया, जो कि किसी भी टेस्ट क्रिकेटर के लिए एक गजब उपलब्धि है। सिब्ले ने अपने शतक में महज चार चौके जड़े। इससे पहले शतक के दौरान इससे कम चौके ग्राहम थोर्प ने साल 2000 में पाकिस्तान के खिलाफ जड़े थे। अपनी शतकीय पारी में थोर्प ने महज एक चौका लगाया था।