नई दिल्ली। इंग्लैंड दौरे पर मल्टीफॉर्मेट सीरीज खेलने पहुंची भारतीय महिला टीम इस समय टेस्ट और वनडे के बाद टी20 सीरीज खेल रही है। टेस्ट सीरीज में बराबरी पर रहने के बाद भारत ने वनडे सीरीज को 2-1 से गंवा दिया था। जिसके बाद 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है जिसमें भारत और इंग्लैंड की टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। दोनों टीमों के बीच रविवार को सीरीज का दूसरा मैच खेला गया था जिसमें भारतीय महिला टीम ने आखिरी ओवर के रोमांच में 8 रनों से जीत हासिल कर सीरीज में वापसी की। पहले मैच में भारतीय टीम को बारिश से बाधित मैच में डकवर्थ लुईस नियम के तहत 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय टीम ने दूसरे मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए शैफाली वर्मा (48), हरमनप्रीत कौर (31), दीप्ती शर्मा (24) और स्मृति मंधाना (20) की पारियों के दम पर 4 विकेट खोकर 148 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में इंग्लैंड की टीम 8 विकेट के नुकसान पर 140 रन ही बना सकी और भारतीय टीम ने 8 विकेट से जीत हासिल की।
भारतीय टीम ने इस मैच में इंग्लैंड के 4 बल्लेबाजों को रन आउट किया जिसके चलते आसानी से मैच में जीत की ओर बढ़ रही इंग्लिश टीम को हार का सामना करना पड़ा। 148 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने महज 13 रन पर डैनियल वॉयट का विकेट खो दिया, जिसके बाद ऋचा घोष ने नैटली स्कीवर को रन आउट किया। हालांकि इसके बाद टॉमी ब्यूमॉन्ट (59) और हीथर नाइट की जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिये 75 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया।
हालांकि भारत के लिये दीप्ती शर्मा ने जबरदस्त वापसी कराते हुए पहले टॉमी ब्यूमॉन्ट को एलबीडब्लयू कराया और फिर कप्तान हीथर नाइट को रन आउट कर मैच का रुख बदल दिया। हालांकि इस रन आउट को लेकर अब विवाद शुरू हो गया है। दरअसल जब हीथर नाइट को दीप्ति शर्मा ने रन आउट किया तो उस वक्त हीथर नॉन स्ट्राइक एंड की ओर बढ़ रही थी लेकिन उनके रास्ते में दीप्ति शर्मा आ गई जिसकी वजह से वह समय रहते क्रीज के अंदर नहीं पहुंच सकी। ऐसे में विवाद हो रहा है कि हीथर नाइट को रन आउट देना कितना सही फैसला है।
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गौरतलब है कि आईसीसी के नियम के अनुसार अगर मैच के दौरान ऐसा होता है तो मैदानी अंपायर इस बात का फैसला करता है कि खिलाड़ी जानबूझकर रास्ते में आया था या फिर अनजाने में। अगर खिलाड़ी जानबूझ कर रास्ते में आया था तो प्लेयर को नॉट आउट दिया जाता है। हालांकि यह फैसला पूरी तरह से अंपायर लेता है। दीप्ति शर्मा के केस में मैदानी अंपायर ने इसे ऑबस्ट्रैक्न का मामला नहीं बताया है।
इसके बाद इंग्लैंड की टीम ने अपने दो विकेट रन आउट के रूप में खो दिये और आखिरी ओवर्स में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को जीत से दूर रखने में कामयाबी हासिल की और सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली।