नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे इकलौते टेस्ट मैच का दूसरा दिन सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा के नाम रहा जिन्होंने ब्रिस्टल के मैदान पर 96 रनों की पारी खेलकर भारतीय टीम को मजबूत शुरुआत दिलाने का काम किया। हालांकि शैफाली के आउट होने के बाद ही भारतीय टीम लड़खड़ा गई और 167 रनों तक कोई विकेट न खोने वाली भारतीय टीम ने 30 रन के अंदर अपने 8 विकेट खो दिये। भारत के लिये शैफाली वर्मा ने 152 गेंदें खेलकर 13 चौके और 2 छक्कों की मदद से 96 रनों की पारी खेली और डेब्यू मैच में अर्धशतक लगाने वाली दूसरी सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। हालांकि शैफाली डेब्यू मैच में भारत की ओर से शतक लगाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड अपने नाम करने से चूक गई।
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद जब शैफाली से उनके शतक के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि डेब्यू पारी में शतक नहीं लगा पाने का मलाल हमेशा रहने वाला है लेकिन इस पारी ने उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आगे अच्छा करने की प्रेरणा जरूर दी है।
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उन्होंने कहा,'शतक लगाने से चूक जाने का बुरा लग रहा है जो कि नैचुरल है लेकिन यह पारी मुझे आगे आने वाले मैचों में आत्म-विश्वास देगी। मुझे डेब्यू मैच में शतक पूरा न कर पाने का पछतावा है लेकिन मैं आगे के मैचों में अपना शतक पूरा करूंगी। मैं अपने सभी शुभचिंतकों और फैन्स का धन्यवाद करना चाहूंगी। मुझे इस टीम का हिस्सा बनने पर गर्व है और बेहतरीन टीम मैनेजमेंट और साथियों का मुझे संवारने के लिये शुक्रिया।'
शैफाली वर्मा से जब इस दौरान उनकी उम्र को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं जब भी किसी बड़ी सीरीज या टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा बनती हूं तो मैं उस मौके पर नजर रखती हूं न कि अपनी उम्र को गिनती हूं। मैं खुद पर विश्वास बनाये रखती हूं और सिर्फ इस बारे में सोचती हूं कि कैसे अपना बेस्ट देकर टीम को जीत दिला सकूं।
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गौरतलब है कि शैफाली ने अपनी इस पारी के साथ डेब्यू पारी में भारत के लिये सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जो कि पहले चंद्रकांता कॉल (75) के नाम था। वहीं पर शैफाली ने मंधाना के साथ 167 रनों की साझेदारी कर टेस्ट क्रिकेट में पहले विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया जो कि गार्गी बनर्जी और संध्या अग्रवाल की जोड़ी के नाम था जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1984 में खेले गये टेस्ट मैच के दौरान 153 रनों की साझेदारी की थी।
आपको बता दें कि शैफाली वर्मा छक्का लगाकर शतक पूरा करना चाहती थी जिसके लिये उन्होंने केट क्रॉस की गेंद पर बड़ा शॉट लगाना चाहा लेकिन गेंद ऊपर उठ गई और कैथरीन ब्रंट ने उनका कैच लपककर शतक से 4 रन पहले आउट कर दिया।