नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के बीच ब्रिस्टल के मैदान पर खेले जा रहे इकलौते टेस्ट मैच के आखिरी दिन 5 साल बाद भारतीय टीम में वापसी कर रही स्नेह राणा ने टेस्ट क्रिकेट में ड्रीम डेब्यू करते हुए इतिहास रचने का काम किया। स्नेह राणा ने भारत के लिये अपना आखिरी टी20 मैच श्रीलंका के खिलाफ 24 फरवरी 2016 को रांची के मैदान पर खेला था, जिसके बाद वो लगातार 5 सालों तक भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहीं। हालांकि इंग्लैंड दौरे पर जब उनकी वापसी हुई तो उन्हें क्रिकेट के सबसे मुश्किल प्रारूप में डेब्यू करने का मौका मिला। स्नेह राणा ने भारत के लिये डेब्यू करते हुए शानदार गेंदबाजी की और सबसे ज्यादा 4 विकेट चटकाने का काम किया।
इतना ही नहीं स्नेह राणा ने बल्लेबाजी में भी कमाल करने का काम किया। राणा ने पहली पारी में सिर्फ 2 रन ही बनाये थे लेकिन दूसरी पारी में अर्धशतकीय पारी खेलकर अपनी टीम को न सिर्फ हार से बचाया बल्कि इतिहास के पन्नों में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में शामिल कर लिया। अपनी इस पारी के चलते स्नेह राणा भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं जिसने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में अर्धशतक और 4 विकेट लेने का कारनामा किया है।
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इतना ही नहीं वह विश्व क्रिकेट में यह कारनामा करने वाली चौथी महिला खिलाड़ी बन गई हैं। महिला क्रिकेट में यह कारनामा 23 साल बाद हुआ है। इस फेहरिस्त में इंग्लैंड की एमई मैक्लेगन का नाम शामिल है जिन्होंने 1934 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन के मैदान पर खेलते हुए पहली पारी में 72 और दूसरी पारी 9 रन बनाने का काम किया जबकि गेंदबाजी में दूसरी पारी के दौरान 7 विकेट हासिल किये थे।
इस लिस्ट में दूसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के बेट्टी रिबेका विल्सन का नाम शामिल है जिन्होंने 1948 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए पहली पारी में 90 रनों की पारी खेली थी, जबकि गेंदबाजी के दौरान पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 6 विकेट हासिल करने का काम किया था। इस फेहरिस्त में तीसरा नाम चामानी रोशनी सेनेवीरत्ना का नाम भी शामिल है जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करते हुए पहली पारी में 43 और दूसरी पारी में नाबाद 105 रन बनाने का काम किया था, जबकि गेंदबाजी के दौरान उन्होंने पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में 2 विकेट हासिल करने का काम किया।
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आपको बता दें कि दूसरी पारी में 185 रनों के फॉलो ऑन का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 199 रन के स्कोर पर अपने 7 विकेट खो दिये थे लेकिन स्नेह राणा की अर्धशतकीय पारी के दम पर 150 से ज्यादा रनों की बढ़त हासिल करने में कामयाब हुई। भारतीय टीम के निचले क्रम के खिलाड़ियों ने जिस तरह से बल्लेबाजी की उसने भारतीय टीम को शर्मनाक हार से बचा लिया और मैच को ड्रॉ पर खत्म किया।