पुजारा का किया बचाव
रहाणे ने पुजारा का साथ देते हुए कहा, ''मुझे लगा कि न्यूजीलैंड ने पहले टेस्ट में बहुत अच्छी गेंदबाजी की है। पुजारा मेरे हिसाब से नहीं फंसता है। वह रन बनाने की कोशिश कर रहे थे। उनके सभी गेंदबाजों ने कोई भी ढीली गेंदबाजी नहीं की। ऐसा हो सकता है, कोई भी बल्लेबाज इस चरण से गुजर सकता है। हर किसी के खेलने का तरीका पूरी तरह से अलग है। एक टीम के रूप में, हमें यह पता लगाना होगा कि हम वास्तव में बीच में कैसे खेलते हैं।"
अच्छा है पहले टेस्ट के बारे ना सोचें
अजिंक्य रहाणे ने यह भी बताया कि वेलिंगटन में स्थितियां बहुत ज्यादा नहीं बदली हैं। उन्होंने कहा कि हनुमा विहारी ने उन्हें बताया कि पहले टेस्ट के लिए ट्रैक काफी बेहतर था। पांच नंबर का बल्लेबाज पहले टेस्ट के बारे में बहुतप ज्यादा नहीं सोचना चाहता। रहाणे ने कहा, ''वेलिंगटन में जो कुछ भी मिला, हमने वही हासिल किया। इंडिया ए ने यहां खेला। हनुमा ने हमें बताया कि यह विकेट बहुत अच्छा है, इस विकेट पर अच्छी गति और उछाल है। महत्वपूर्ण बात यह होगी कि आप खुद पर भरोसा रखें और पहले टेस्ट मैच के बारे में न सोचें।'' रहाणे ने आगे बताया कि उन्होंने अभी तक रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के बीच किसी एक को चुनने के बारे में निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि उन्हें शमी और बुमराह की ज्यादा चिंता नहीं है। वह चाहते हैं कि अगर टीम पहले बल्लेबाजी करे तो टीम एक सकारात्मक इरादे के साथ खेले।
पुजारा ने खेली थी धीमी पारी
बता दें कि पुजारा ने बेहद धीमी बल्लेबाजी की थी। पुजारा ने पहली पारी में 42 गेंदों में 11 रन बनाए थे तो दूसरी पारी में 81 गेंदें खेलकर 11 रन बनाए थे। पुजारा ने बीच में 28 गेंद तक एक भी रन नहीं बनाया और ऐसे में दूसरे छोर पर खड़े मयंक अग्रवाल को ढीले शॉट खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुजारा के अलावा हनुमा विहारी ने भी दूसरी पारी में 79 गेंदें खेलीं और 15 रन बनाए।