नई दिल्लीः आगामी टी 20 विश्व कप के बाद इस फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ने के विराट कोहली के फैसले पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। पूर्व मुख्य चयनकर्ता और 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा संदीप पाटिल ने कोहली की प्रशंसा की है। 65 वर्षीय ने कहा कि बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों पर ध्यान केंद्रित करना आसान काम नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में, पाटिल ने कहा कि कोहली के फैसले से उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
पाटिल 2012 और 2016 के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य चयनकर्ता थे और उनके समय में ही कोहली को पहली बार टेस्ट में भारत की कप्तानी करने का मौका मिला था। हालांकि, 65 वर्षीय ने यह भी कहा कि कोहली और बीसीसीआई के बीच सब ठीक नहीं है।
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इस हफ्ते की शुरुआत में, जब कोहली द्वारा सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के बारे में सोचने की खबरें सामने आईं, तो बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इसका पूरी तरह से खंडन किया, जिन्होंने कहा कि 32 वर्षीय खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में टीम का नेतृत्व करना जारी रखेंगे। बीसीसीआई ने कोहली के नाम के ऐसे डंके बजाए मानो विराट ने खुद उनको कसम देकर कहा हो कि वे कभी भी तीनों फॉर्मेट की कप्तानी नहीं छोड़ेंगे। लेकिन कोहली के दम पर बोल रहा बीसीसीआई खुद अपने ही भरोसे में लुढ़क गया जब तीन दिन बाद विराट ने कहा कि टी20 वर्ल्ड कप बतौर कप्तान उनका आखिरी टी20 इंटरनेशनल मुकाबला होने जा रहा है।
पाटिल ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया "ऐसा लगता है कि बीसीसीआई और विराट के बीच एक बड़ा कम्यूनिकेशन गैप है। ऐसा नहीं हो सकता कि विराट कुछ और कहता है और बीसीसीआई कुछ और। यह विशुद्ध रूप से विराट का फैसला है और बीसीसीआई को इसे स्वीकार करना चाहिए।"
कोहली द्वारा टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला करने के बाद, कई लोग रोहित शर्मा को सबसे छोटे प्रारूप के अगले कप्तान के रूप में देख रहे हैं। 34 वर्षीय का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में एक बेजोड़ रिकॉर्ड भी है, जहां रोहित ने मुंबई इंडियंस को पांच खिताबी जीत दिलाई।
पाटिल का यह भी मानना है कि रोहित ने अपनी काबिलियत साबित की है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि विराट को टी20 कप्तान के तौर पर बदलने के लिए रोहित उपयुक्त विकल्प हैं।