जोशी ने बताया क्यों किया आवेदन
पीटीआई को दिए साक्षात्कार में सुनील जोशी ने बताया कि उन्होंने भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा "हां मैंने भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच पद के लिए आवेदन किया है। बांग्लादेश टीम के साथ सफल ढाई साल के बाद मैं नई चुनौती के लिए तैयार हूं। भारतीय टीम के पास लंबे समय से कोई भी स्पेशलिष्ट गेंदबाजी कोच नहीं है इसलिए मुझे उम्मीद है कि मेरा अनुभव काम आएगा। अगर आप दुनिया की बाकी टीमों को देखें तो सबके पास बतौर सपोर्ट स्टाफ एक स्पेशलिष्ट गेंदबाजी कोच है। भारतीय टीम को भी एक ऐसे ही कोच की दरकार है। यह फर्क नहीं पड़ता कि वो मैं हूं या कोई और हो।"
जोशी ने बांग्लादेश टीम के लिए किया कमाल
भारतीय क्रिकेट में एक अलग तरीके की गेंदबाजी एक्शन वाले सुनील जोशी ने कोचिंग को अपना करियर चुनने से पहले साल 1996 से लेकर 2001 तक टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेला। उन्होंने 15 टेस्ट मैच में 35.85 की औसत से 41 विकेट लिए वहीं इतने ही ODI में 36.36 की औसत से 69 विकेट झटके थे। कर्नाटक के इस गेंदबाज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 160 मैचों में 25.12 की औसत से 615 विकेट झटके हैं। जोशी ने बांग्लादेश टीम के साथ बतौर गेंदबाजी कंसल्टेंट काम किया और उनकी कोचिंग में शाकिब अल हसन ने वर्ल्ड कप 2019 में कमाल का प्रदर्शन किया। जोशी ने इसे अपनी बड़ी उपलब्धि करार दिया।
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कई गेंदबाजों को निखार चुके हैं जोशी
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में टीम इंडिया को मिली हार के बाद अनिल कुंबले और विराट कोहली के बीच विवाद की खबरें सामने आईं थी और कुंबले ने पद छोड़ दिया था। तब से टीम इंडिया में कोई भी गेंदबाजी कोच नहीं है। आपको बता दें जोशी ने बांग्लादेश के कई स्पिन गेंदबाजों को निखारने में बड़ी भूमिका निभाई है जिसमें मेहदी हसन, मोसदीक हुसैन और शाकिब अल हसन शामिल हैं।