वैसा नहीं हुआ था जैसा सिद्धू सोचते हैं
सोहेल ने शारजहां के मैदान पर 1996 में खेले गये इस मैच के बारे में बात करते हुए बताया कि सिद्धू ने कई बार इस घटना को बताया है पर वह जैसा बताते हैं ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था।
अपने यूट्यब चैनल पर बात करते हुए सोहेल ने कहा,'हर कोई जानाता है कि नवजोत सिंह सिद्धू कौन हैं, वह क्रिकेट की दुनिया में बहुत बड़ा नाम हैं। मैं उनका सम्मान करता हूं और वह उन बल्लेबाजों में से एक हैं, जिनकी बल्लेबाजी देखने में मुझे मजा आता है। दुनिया के कई गेंदबाजों के खिलाफ उनका प्रदर्शन काफी शानदार है। एक कॉमेडी शो के दौरान उन्होंने इस किस्से के बारे में बताया था, मैंने 2005 में भी एक न्यूज चैनल पर उनसे बात की थी जहां पर उन्होंने फिर से इस किस्से को लेकर बात की और अपनी बात दोहरायी। मैंने उनसे कहा कि चीजें उस तरह से नहीं हुई थी, जैसा वो सोचते हैं।'
जब अकीब जावेद ने सिद्धू को दी थी गाली
इस किस्से के बारे में बात करते हुए आमिर सोहेल ने कहा कि यह घटना साल 1996 की है जब मैं भारत के खिलाफ शारजाह के मैदान पर पाकिस्तान टीम की कप्तानी कर रहा था।
उन्होंने कहा,'सिद्धू पाजी करीब 90 रन पर खेल रहे थे. एक ओवर के बीच में वह गुस्से में मेरे पास आए और कहा कि आमिर अपने तेज गेंदबाजों को समझा लो। वह गलत कर रहे हैं। इस पर मैंने कहा कि पाजी क्या हुआ। उन्होंने कहा कि वह अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। मैंने उन्हें इसे नजरअंदाज करने की बात करते हुए कहा कि वह तेज गेंदबाज है, उनकी बात करने की आदत है। इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, वो क्या चाहते हैं, वो बोले, मगर अपशब्द न कहे। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि सिद्धू की बात सुनकर उन्होंने कहा कि मैं मैच के बाद उनसे बात करूंगा. आप जाएं और खेलें. उस मैच में ये सब हुआ था।'
सोहेल ने बताया क्यों पड़ी सफाई देने की जरूरत
इस मुद्दे पर बात करते हुए आमिर सोहेल ने बताया कि आखिरकार इतने सालों बाद उन्हें इस मुद्दे पर सफाई देने की जरूरत क्यों पड़ी।
उन्होंने कहा,'मैंने उनसे कहा था कि अकीब जावेद भी शहर में हैं और हम तीनों साथ में बैठ सकते हैं और इस पर चर्चा कर सकते हैं। पिछली बार जब मैंने एशिया कप में कमेंट्री की थी तो ये मामला फिर उठा था और मैंने सफाई दी थी। मगर उन्होंने इस किस्से को एक अलग तरीके से बताया इसीलिए मुझे लगता है कि मुझे इस पर सफाई देने की जरूरत है।'