जानें क्या बोले एमएसके प्रसाद
फारुख की ओर से किये गए तीखे हमले के बाद चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने पलटवार किया है। प्रसाद ने फारुख को निचले स्तर की बात कर मजे लेने वाला व्यक्ति बताते हुए आलोचना की।
फारुख की बातों से आहत प्रसाद ने कहा,' मुझे उस व्यक्ति के लिए दुख होता है जो घटिया बातों में उलझकर दूसरों के दुख में सुख लेता है, जिससे वह झूठे और घटिया आरोपों के माध्यम से भारतीय कप्तान की पत्नी और चयनकर्ताओं का अपमान और अनादर कर रहा है।'
प्रसाद ने कहा, ‘यह नहीं भूलना चाहिए कि इस चयन समिति को बीसीसीआई ने आम सालाना बैठक में उचित प्रक्रिया से नियुक्त किया है।'
उन्होंने कहा, ‘82 साल के व्यक्ति को परिपक्वता दिखानी चाहिए और भारतीय क्रिकेट के अपने दौर से आज तक हुई प्रगति का लुत्फ उठाना चाहिए।'
आखिर क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर ने चयन समिति का मजाक उड़ाया था। इंजीनियर ने कहा था, 'टीम चयन की प्रक्रिया में विराट कोहली की बहुत अहम भूमिका है जो एक बहुत अच्छी बात है। लेकिन सिलेक्टर्स की क्या खूबी है? सभी सिलेक्टर्स ने मिलकर कुल 10-12 टेस्ट मैच खेले होंगे। मैंने इनमें से एक सिलेक्टर को पहचाना भी नहीं था। मैंने किसी से पूछा 'यह कौन था जिसने भारत का ब्लेजर पहन रखा था, तो उसने बताया कि यह एक सिलेक्टर है। वे सिर्फ अनुष्का शर्मा (विराट की पत्नी) को चाय के कप दे रहे थे। मुझे लगता है कि दिलीप वेंगसरकर के कद के किसी इनसान चयन समिति में होना चाहिए।'
हालांकि अनुष्का शर्मा की तरफ से पलटवार करने के बाद फारुख इंजीनियर ने उनका नाम लेने के लिये माफी मांगी और कहा कि वो बड़ी प्यारी बच्ची हैं।
अनुष्का शर्मा ने भी दिया था करारा जवाब
इससे पहले भारतीय कप्तान की पत्नी अनुष्का शर्मा ने भी फारुख के बयान पर पलटवार किया था। अनुष्का ने कहा कि मैं हमेशा झूठी और गढ़ी हुईं खबरों पर चुप रहती थी, लेकिन ऐसा करने मेरे लिए अब मुश्किल हो गया है।
उन्होंने लिखा- मैं तभी भी चुप रहती थी, जब मेरे बॉयफ्रेंड विराट, जो अब पति हैं, की परफॉर्मेंस के लिए भी मुझे ही जिम्मेदार ठहराया जाता था। कहा जाता था कि मैं टीम मीटिंग का भी हिस्सा हुआ करती थी और चयन प्रक्रिया को भी प्रभावित करती थी। मैं तब भी चुप रही। पति के साथ विदेश दौरे को लेकर भी सुर्खियां बनाई जाती थीं, लेकिन अगर कोई बोर्ड से उन फैक्ट्स के बारे में पूछे तो उसे मिलेगा कि मैंने हमेशा नियमों का पालन किया। उनमें बंधकर रही। सही होने के बावजूद तब भी मैं चुप थी।
अनुष्का ने फारुख के दावे पर कहा,' मैं वर्ल्ड कप का एक मैच देखने गई थी और फैमिली बॉक्स में बैठी थी, न कि सिलेक्टर्स बॉक्स में। अगर आपको सिलेक्शन कमिटी की क्वॉलिफिकेशन से समस्या है तो आप बिल्कुल अपनी बात रखिए, लेकिन कृपया मेरा नाम उसमें मत घसीटिए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा- रिकॉर्ड के तौर पर मैं बताना चाहती हूं कि मैं कॉफी पीती हूं न कि चाय।'
इंजीनियर के दावे पर उनका करारा जवाब था, ‘अगर आप चयन समिति और उनकी काबिलियत पर टिप्पणी करना चाहते हो तो कृपया ऐसा कीजिए, क्योंकि यह आपकी राय है लेकिन अपने दावे को साबित करने या फिर अपनी राय को सनसनीखेज बनाने के लिए मेरा नाम इसमें मत घसीटिए। मैं किसी को भी अपने नाम का इस्तेमाल इस तरह की बातों में नहीं करने दूंगी।'