नई दिल्ली। युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत अपनी खराब विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी के कारण पिछले कुछ महीनों से आलोचनाओं का शिकार हो रहे हैं। पंत की उम्र महज 22 साल की है लेकिन क्रिकेट फैंस उन्हें उस खेल के साथ देखना चाहते हैं जैसा कि महेंद्र सिंह धोनी दिखाते थे। हालांकि कम अनुभवी पंत की तुलना धोनी से करना बेवकूफी है, लेकिन बावजूद इसके पंत पर आलोचना करने से कई क्रिकेटर्स नहीं चूक रहे। इस बीच पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर पंत के बचाव में आए हैं। उनको लगता है कि पंत टेंशन में आकर गेंद पकड़ने से भी डर रहे हैं।
इंजीनियर ने मुंबई में 11वें दिलीप सरदेसाई मेमोरियल लेक्चर कार्यक्रम में कहा कि उन्हें पंत पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, 'मुझे पंत पर पूरा भरोसा है। बैटिंग कोच हैं, फील्डिंग कोच हैं, लेकिन क्या एक फील्डिंग कोच पंत को विकेटकीपिंग के बारे में बता सकता है। हर कोई पंत की आलोचना कर रहा है। खराब प्रदर्शन के कारण भी पंत का विश्वास टूट सा गया है। अगर उनसे कैच छूट जाए तो फिर से गेंद पकड़ने से भी वो डरते हैं।'' पंत विकेट के पीछे बल्लेबाजों को स्टंप आउट करने से चूक रहे हैं साथ ही डीआएरस पर निर्णय लेने में भी कंफ्यूज रहते हैं। ऐसे में कई दिग्गजों ने पंत की जगह संजू सैमसन को माैका देने की अपील भी की।
T-20 विश्व कप में देश के लिए कुछ कर सके, इसलिए IPL खेलेगा ये क्रिकेटर
हालांकि फारूख इंजीनियर ने पंत की खामी भी बताई। उन्होंने कहा, 'पंत एक बहुत ही टैलेंटेड विकेटकीपर हैं, लेकिन उनकी टेकनीक में खराबी है। आईसीसी विश्व कप 2019 के दौरान मैं पंत से मिला था। हमारे बीच बात भी हुई थी, हमने करीब आधे घंटे बात की थी। मैं चाहता था कुछ समय नेट सेशन में पंत के साथ बिताया जाए। उसे कुछ बता पाता।' गाैर हो कि कप्तान विारट कोहली ने गुरुवार को पंत का समर्थन करते हुए कहा था कि वह इस युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज को अलग-थलग महसूस नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा था, "हम निश्चित रूप से ऋषभ की क्षमता में विश्वास करते हैं। जैसा कि आप कहते हैं, यह खिलाड़ी की जिम्मेदारी है कि वह अच्छा करे लेकिन हमारी जिम्मेदारी उसका समर्थन करने की, उसे माैका देने की है। उसे समर्थन मिलना चाहिए और अगर आपको नहीं मिलता है तो यह अपमानजनक है।