नई दिल्ली। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने मंगलवार को बड़ा फैसला लिया है। डीडीसीए ने फरमान सुनाया है कि अब फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम अरुण जेटली रखा जाएगा। देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का पिछले सप्ताह शनिवार को निधन हो गया था। उनकी याद में डीडीसीए ने यह फैसला लिया है। जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने 1999 से लेकर 2013 तक इस पद को संभाला था।
डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा, 'वह अरुण जेटली का सहयोग और प्रोत्साहन था जो कि विराट कोहली, वीरेंदर सहवाग, गौतम गंभीर, आशीष नेहरा, ऋषभ पंत और कई अन्य खिलाड़ियों ने भारत को गौरवान्वित किया।'इसका नया नामकरण 12 सितंबर को एक समारोह में किया जाएगा। जब जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे, तब दिल्ली और आसपास के क्षेत्र से कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमके। गंभीर के अलावा वीरेंदर सहवाग, विराट कोहली, शिखर धवन और इशांत शर्मा ऐसे कुछ खिलाड़ी हैं, जिन्होंने उनके कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया। जेटली क्रिकेट प्रशंसक थे और बीसीसीआई के अधिकारी भारतीय क्रिकेट के संबंध में कोई भी नीतिगत फैसला लेने से पहले उनकी सलाह लेते थे।
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बता दें कि फिरोज शाह कोटला स्टेडियम दिल्ली सल्तनत के शासक फिरोज शाह तुगलक के नाम पर रखा गया था। फिरोज शाह तुगलक दिल्ली सल्तनत में तुगलक वंश का शासक था। फ़िरोजशाह तुगलक का जन्म 1309 को हुआ था। फिरोज शाह तुगलक 45 वर्ष की उम्र में दिल्ली सल्तनत की गद्दी पर बैठा था। उसने अपने शासन में चांदी के सिक्के चलाए।1351 में ताजपोशी के साथ ही उसने अपनी रियासत के सभी कर्जे माफ कर दिए। फिरोज शाह ने शासक बनने के बाद बहुत सारे उन निर्णयों को वापस ले लिया जोकि उसके पूर्व के शासकों ने लिए थे। फिरोज शाह तुगलक ने अपने पुत्र फतेह खान के जन्मदिवस पर फतेहाबाद शहर की स्थापना की।