नई दिल्ली। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने आखिरकार एक अदद जीत दर्ज की जिसकी उसे लंबे समय से दरकार थी। चेन्नई की जीत में युवा सलामी बल्लेबाज रितुराज गायकवाड़ ने अहम भूमिका निभाई। रितुराज ने नाबाद 65 रनों की पारी खेली और छक्का मारकर टीम को विजयी बनाया। आईपीएल में रितुराज का यह पहला अर्धशतक है। लेकिन रितुराज का यह सफर आसान नहीं था। मैच में जबरदस्त पारी खेलने के बाद रितुराज को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। इस दौरान रितुराज ने कहा कि टीम के लिए मैच जीतना और अंत तक नाबाद रहना काफी अच्छा अच्छा है, व्यक्तिगत उपलब्धि से ज्यादा यह मायने रखता है।
मैंने योजना के अनुसार की बैटिंग
रितुराज ने कहा कि मेरे लिए यह काफी मुश्किल था, अन्य खिलाड़ियों की तुलना में मुझे अधिक समय तक क्वारेंटीन में रहना पड़ा। हर कोई मेरे साथ था, मेरे दोस्त, परिवार। मैं अच्छी तरह से प्रैक्टिस कर रहा था, मुझे पता था कि एक अच्छी पारी मैं जल्द ही खेल सकता हूं। दुर्भाग्य से तीन मैचों में जल्दी आउट हो गया। आज की पारी में मैंने किस गेंदबाज को मारना है और किस को नहीं इसा मूल्यांकन किया और यह मेरे लिए अच्छा रहा। वहीं मैच के बाद धोनी ने कहा कि यह एक बेहतरीन मैच में से एक था। सबकुछ प्लान के अनुरूप गया।
विकेट धीमा था
धोनी ने जीत के बाद कहा कि हमने जो योजना बनाई उसे अच्छे से लागू किया, हम लगातार अंतराल पर विकेट लेते रहे जिसकी वजह से हम उन्हें इस तरह के विकेट पर कम स्कोर पर ही रोक सके। निसंदेह यह धीमा विकेट था, स्पिनर ने अच्छी गेंदबाजी की। मिडल ओवर्स में हमे विकेट लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा। अन्य मैचों में हमने रन काफी दिए, खास तौर पर डेथ ओवर्स में। यह एक वजह थी जिसकी वजह से हम इस सीजन में अच्छा नहीं कर रहे थे। बल्ले से हम लगातार अच्छा नहीं कर सके, लेकिन आज हमे अच्छी शुरुआत मिली।
हम प्लेऑफ से बाहर हो चुके हैं
रितुराज की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा कि रितु ने अच्छी बल्लेबाजी की, उसने खुद में अपने शॉट को लेकर भरोसा जताया। मुस्कुराना असर करता है। आप काफी कुछ ऐसा करते हैं, ऐसी भावनाए जाहिर करते हैं ताकि साथी खिलाड़ी विश्वास से भरे और तनाव महसूस ना करें। अगर आप अच्छा नहीं करते हैं तो यह तकलीफ देता है जिसकी वजह से ऐसी भावनाएं जाहिर करते हैं ताकि साथी खिलाड़ी हार ना मानें। गणित को छोड़ दूं तो सच यह है कि हमारे पास प्लेऑफ में जाने का मौका नहीं बचा है। लेकिन तीन, साढ़े तीन घंटे वहां काफी तकलीफ भरे हो सकते हैं।
रितुराज की धोनी ने की तारीफ
धोनी ने कहा कि हमे अपने खिलाड़ियों से कहना होगा कि जाइए और अपना श्रेष्ठ करके दिखाइए और नतीजा चाहे जो भी हो खेल का आनंद लीजिए। अगर आप मैदान पर आनंद नहीं ले रहे हैं तो यह तकलीफदायक होता है। लेकिन लड़कों ने अपना 100 फीसदी दिया है। अगर हमने रितुराज के इस प्रदर्शन को दूसरे या तीसरे मैच में देखा होता तो शायद स्थिति कुछ बेहतर होती। लेकिन यह साल रितु के लिए मुश्किलभरा रहा है। उसे चेन्नई में मुश्किल का सामना करना पड़ा, फिर कोविड, अतिरिक्त समय क्वारेंटीन में रहना पड़ा, जिसकी वजह से कीमती समय उससे छिना।
मैदान में दिमाग से लड़ना होता है
रुताराज के बारे में धोनी ने कहा कि पिछले गेम की बात करें तो उनके साथ जो हुआ वो क्रिकेट में होता है, आप सबसे अच्छे गेंदबाज का सामना करते हैं और आप बैट का किनारा दे बैठते हैं। हमे खुद की मदद करनी होती है, जब हम मैदान में होते हैं तो अपने दिमाग से लड़ना होता है। मुझे लगता है कि पहला रन लेने के बाद रितु ने काफी अच्छा महसूस किया, वो लगातार रन बनाता गया और खुद को बेहतर स्थिति में ले आया।
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