नई दिल्ली। स्पिन गेंदबाजी के दिग्गज मुथैया मुरलीधरन आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी बन गये हैं। आईसीसी ने मुरलीधरन को हॉल ऑफ फेम में शामिल करने की घोषणा की है। मुरलीधरन जिनके नाम 800 टेस्ट विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड है, आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी बनेंगे।
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उनके अलावा तीन अन्य खिलाड़ियों को भी इसमें शामिल किया गया है। मुरलीधरन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के अर्थर मोरिस व केरेन रोल्टन को भी इसमें शामिल किया गया है। रोल्टन ने 1997 व 2005 में महिला विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थी। इंग्लैंड के जॉर्ज लेहमैन को भी इसमें शामिल किया गया है।
Congratulations Murali! First Sri Lankan to do so. So proud of you. https://t.co/6vRPUCiUzA
— Mahela Jayawardena (@MahelaJay) July 27, 2016
आईसीसी के चीफ एग्जेक्युटिव डेविड रिचर्डसन ने इन सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि आईसीसी ने इन खिलाड़ियों को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए चुना है। आधुनिक क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में मुथैया मुरलीधरन का नाम शामिल है। लगातार उनका शानदार प्रदर्शन श्रीलंका के क्रिकेट को आगे ले जाने में काफी मददगार साबित हुआ है। उन्होंने टेस्ट व वनडे दोनों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
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मुरलीधरन ने आखिरी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज 2011 विश्वकप में हिस्सा लिया था। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 800 विकेट हासिल किये जबकि वनडे में उनके नाम 534 विकेट हैं। जबकि टी-20 क्रिकेट में उन्होंने 12 मैचों में 13 विकेट हासिल किये है। मुरलीधरन ने एक मैच में 10 विकेट 22 बार लिये हैं जबकि एक मैच में पांच विकेट लेने का कारनामा उन्होंने 67 बार किया है। वह 1996 विश्वकप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे थे।
Muralidaran, Rolton, Arthur Morris & Lohmonn to be inducted into ICC Cricket Hall of Fame https://t.co/ibTdheExn9 pic.twitter.com/B5rul5FMXI
— ICC (@ICC) July 27, 2016
19वीं शताब्दी के महान स्विंग गेंदबाज के तौर पर लेहमैन को जाना जाता है। आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले वह 27वें खिलाड़ी हैं। उन्होंने सिर्फ 16 मैच में 100 टेस्ट विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया था। लेकिन महज 36 वर्ष की आयु में 1901 में उनका देहांत हो गया था।
1886 से 1896 के बीच उन्होंने कुल 18 टेस्ट मैच खेले थे और इस दौरान उन्होंने कुल 112 विकेट लिये थे। इस दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 28 रन देकर 9 विकेट भी हासिल किये थे, इस मैच में उन्होंने 213 रन भी बनाये थे। वह सिर्फ 21 वर्ष के थे जब उन्होंने अपने पहले दो मैचों में 1886 में सिर्फ एक विकेट लिया था। लेकिन ओवल में उन्होंने 36 रन देकर सात विकेट लिया था।
Muttiah Muralidaran's legendary career has earned him a place in the ICC Hall of Fame: https://t.co/dNAC8GBhxX pic.twitter.com/IKQ6foxHg7
— ICC (@ICC) July 27, 2016
बायें हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज मॉरिस 1940-50 के बीच 46 टेस्ट मैच में 12 शतक लगाये और 12 अर्धशतक लगाये। वह आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले ऑस्ट्रेलिया के 22वें खिलाड़ी हैं। मॉरिस उस मैच में दूसरे छोर पर खड़े थे जब सर डॉन ब्रैडमैन अपने आखिरी मैच में शून्य के स्कोर पर आउट हो गये थे। इस मैच में उन्होंने 196 रन बनाये थे। मॉरिस ने 162 फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 12614 रन बनाये थे। जबकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने कुल 3533 रन बनाये थे।
टेस्ट व वनड में बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी रोल्टन को 2005 में विश्व कप के फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। वह आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली छठी खिलाड़ी हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया की तीसरी खिलाड़ी हैं। 14 साल के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 14 टेस्ट मैच, 141 वनडे मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने वनडे में 4814 व टेस्ट में 1002 रन बनाये हैं। वनडे में उन्होंने आठ व टेस्ट में दो शतक लगाये हैं। वर्ष 1997 व 2005 में विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रही हैं।