पहली बार टल सकता है भारत का यह बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट
भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अतुल वासन के अनुसार अगर आईपीएल 2020 का आयोजन सितंबर-नवंबर के टाइम स्लॉट में होता है तो 1934 में शुरु हुई घरेलू क्रिकेट की सबसे बड़ी ट्रॉफी रणजी टूर्नामेंट को पहली बार टालना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि रणजी ट्रॉफी के 86 साल के इतिहास में कभी भी यह ट्रॉफी किसी भी कारण से रद्द या स्थगित नहीं हुई है।
रणजी ट्रॉफी के आयोजन को लेकर अतुल वासन ने कहा,' मैं इस साल रणजी ट्रॉफी का आयोजन होते हुए नहीं देख रहा हूं, क्योंकि बहुत सारी टीमें हैं, बहुत सारे मैच हैं और बहुत ज्यादा यात्राएं भी करनी पड़ेंगी। उड़ानों को लेकर भी अभी कुछ पता नहीं है, जिसके कारण अब कुछ विंडो में होता हुआ नहीं नजर आ रहा है। बजट बनाना पड़ता है, और हम नहीं जानते हैं कि कितनी उड़ानें शुरू होंगी, कितने खिलाड़ियों को मिलेगा और टिकट की लागत कितनी है।'
IPL के चलते विजय हजारे और मुश्ताक अली का आयोजन भी होगा कठिन
अतुल वासन का मानना है कि बीसीसीआई भी इस समय आर्थिक समस्याओं का सामना कर रही है जिसके चलते बोर्ड के लिये घरेलू सत्र में आईपीएल का आयोजन सबसे जरूरी है, जिसके लिये अभी सितंबर-नवंबर की विंडो नजर आ रही है। हालांकि यह तभी संभव है जब टी20 विश्व कप को टाल दिया जायेगा। इस स्थिति में बीसीसीआई बड़ी मुश्किल से सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट और विजय हजारे का आयोजन कर पायेगा। ऐसे में रणजी ट्रॉफी के आयोजन के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं।
आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं घरेलू खिलाड़ी
गौरतलब है कि घऱेलू क्रिकेट की अनिश्चितता के पीछे आर्थिक समस्या का सबसे बड़ा योगदान रहेगा जिससे बोर्ड को अभी औऱ जूझना पड़ सकता है। फिलहाल किसी तरह से मैदान पर क्रिकेट को वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है जो कि इस समय सबसे अहम हैं। अगर बीसीसीआई ने इस बार घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन नहीं किया तो फिर इस स्तर प खेलने वाले खिलाड़ियों को भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि इसके बारे में बीसीसीआई को कुछ बड़ा विकल्प जरुर निकलना होगा जिससे घरेलू खिलाड़ियों के आर्थिक हित के बारें में भी सोचा जा सके। अब देखना होगा की सौरव गांगुली इसको लेकर क्या फैसला लेते हैं।