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'अब क्यों 2015 वाले बल्लेबाज नहीं रहे अजिंक्य रहाणे', दीप दासगुप्ता ने बताया कारण

नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे अपनी क्लास बल्लेबाजी के लिये जाने जाते हैं जिनके अंदर मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए राहुल द्रविड़ की झलक नजर आती है, जिसके चलते वह बहुत जल्द भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन गये। हालांकि पिछले कुछ समय में उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी नजर आयी है और यही बात भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर दीप दास गुप्ता को खटक रही है। अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किये गये एक वीडियो में इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने रहाणे की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा कि वो अब 2015-16 के समय वाले खिलाड़ी नहीं रह गये हैं।

इसको लेकर दीप दास गुप्ता ने वानखेड़े में खेली गई उनकी पारी का उदाहरण भी दिया। उन्होंने घरेलू सरजमीं की तुलना में विदेश में ज्यादा सफल होने के पीछे कारण बताते हुए कहा कि पहले वो तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते और उस वक्त गेंद भी नई होती थी, हालांकि अब उनके पास बल्लेबाजी में वो विश्वास नहीं है जो 2015-16 के दौरान हुआ करता था।

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उन्होंने कहा,'मुझे नहीं लगता कि रहाणे अब वैसे खिलाड़ी रह गये हैं जो पहले हुआ करते थे। 2015-16 के दौरान जब मैंने उन्हें मुंबई में खेलते हुआ देखा था तो अविश्सनीय थे। वानखेड़े के मैदान पर पहले सेशन के दौरान नमी थी और घास भी जो कि उन दिनों किसी भी बल्लेबाज के लिये बुरे सपने की तरह थी। हालांकि रहाणे ने भारत के लिये खेलने से पहले वहां पर 4000-4500 रन बनाये क्योंकि वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते थे।'

दीपदास गुप्ता ने रहाणे की तकनीकी दिक्कतों के बारे में भी बात की और कहा कि विदेशी सरजमीं पर वह स्विंग गेंदबाजी के अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन वो अक्सर घर पर रिवर्स स्विंग का शिकार बन जाते हैं।

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उन्होंने कहा,'जब आप भारत में खेलते हैं तो आपको अलग काबिलियत चाहिये होती है। आप बाहर स्विंग और पेस को अच्छे से खेलते हैं लेकिन यहां पर आपको रिवर्स स्विंग खेलना होता है। अगर आप 2015-16 में रहाणे की खेली गई पारियों पर नजर डालें तो उनका फुटवर्क एक जैसा नहीं मिलेगा। वह पहली 20 गेंदों को काफी ध्यान से खेलते हैं और जब भी कोई बड़ी पारी खेलते थे तो उनका आत्म-विश्वास बढ़ जाता था।'

गौरतलब है कि अजिंक्य रहाणे ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में पहली पारी में 49 रन बनाये थे जबकि दूसरी पारी में 15 रन बनाकर वापस लौटे थे। इसके चलते भारतीय टीम को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। आपको बता दें कि भारतीय टीम को अब 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। अजिंक्य रहाणे ने 2021 में खेले गये 7 टेस्ट मैच में 21.91 की औसत से अब तक सिर्फ 263 रन बनाये हैं।

Story first published: Sunday, July 4, 2021, 21:19 [IST]
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