लोग सड़क पर मर रहे हैं
जी हां, ऐसा मानना है इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट कप्तान नासिर हुसैन का। उनका कहना है कि आईपीएल को बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। नासिर ने कहा, "यह एक समय पाप करने जैसा लग रहा था कि टूर्नामेंट चल रहा है और एख तरफ लोग सड़क पर मर रहे हैं। मैं खिलाड़ियों की आलोचना नहीं करना चहता, लेकिन आईपीएल बंद होना ही था। भारत में टूर्नामेंट करवाना पहली बड़ी गलती हुई थी। छह महीने पहले, उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में एक आईपीएल आयोजित किया और यह शानदार रहा था।''
खिलाड़ियों को पता होगा कि भारत में क्या चल रहा है
हुसैन ने कहा कि खिलाड़ियों ने अपने टीवी पर कई लोगों को ऑक्सीजन के लिए गुहार लगाते हुए देखा होगा, और उन्होंने अप्रयुक्त एंबुलेंस को क्रिकेट के मैदान के बाहर इंतजार करते भी देखा होगा और बहुत असहज महसूस किया होगा। उन्होंने कहा, "इंडियन प्रीमियर लीग को बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। इतने सारे स्थानों पर जैव-सुरक्षित बुलबुले के टूटने के बाद इसको चलाना आसान नहीं था। यह क्रिकेट के खेल से कहीं अधिक बड़ा हो गया है। खिलाड़ी मूर्ख नहीं हैं और न ही असंवेदनशील। उन्हें पूरा पता होता कि भारत में क्या चल रहा है।''
दैनिक मेल के लिए अपने कॉलम में हुसैन ने लिखा, ''उन्होंने अपने टीवी पर लोगों को अस्पताल के बेड और ऑक्सीजन के लिए गुहार लगाते देखा होगा। उन्होंने अप्रयुक्त एंबुलेंस को क्रिकेट के मैदान के बाहर इंतजार करते देखा होगा और सोचा होगा कि क्या ऐसी स्थिति में खेलना सही है क्या। खिलाड़ी ये सब देख असहज हो गए होंगे।"
यूएई में फिर हो सकता था टूर्नामेंट
नासिर हुसैन ने आगे कहा कि खिलाड़ियों को दोष नहीं दिया जाना चाहिए, और कहा कि भारत में 14वें आईपीएल संस्करण को करवाना एक गलती थी। उन्होंने यह भी कहा कि आईपीएल का पिछला संस्करण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित किया गया था, और यह शानदार ढंग से हुआ। हुसैन ने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि भारत कोविड -19 के साथ अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा था और अभी भी आईपीएल की मेजबानी के साथ आगे बढ़ा।
नासिर ने कहा, "यूएई में कोरोना के केस बहुत कम थे। एक बार फिर यूएई में सीजन करवाया जा सकता था। यह संभव भी था, लेकिन भारत ने पहले से ही ठान लिया था कि वह 14वां सीजन अपने घर में ही करवाएंगे। वायरस के कारण स्थिति खराब थी, लेकिन इसे फिर भी यहां करवाया गया।"