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नहीं रहे 157 मैच में 750 विकेट चटकाने वाले भारतीय गेंदबाज, 77 की उम्र में हुआ निधन

किस्सा क्रिकेट का: Rajinder Goel की गेंदबाजी से प्रभावित होकर डाकू ने लिखा था पत्र| वनइंडिया हिंदी

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर और फर्स्ट क्लास क्रिकेट के महानतम गेंदबाज राजिंदर गोयल का रविवार (21 जून) को 77 साल की उम्र में निधन हो गया। यह दिग्गज गेंदबाज पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहा था। उनके निधन की जानकारी उनके पुत्र नितिन गोयल ने दी जो कि खुद भी फर्स्ट क्लास क्रिकेटर रह चुके हैं और घरेलू मैचों में रेफरी की भूमिका निभाते हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष रणबीर सिंह महेंद्रा ने क्रिकेटर राजिंदर गोयल के निधन पर शोक व्यक्त किया।

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उन्होंने कहा, 'यह क्रिकेट के खेल और निजी तौर पर मेरी बहुत बड़ी क्षति है। वह इस देश में बाएं हाथ के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक थे। संन्यास लेने के बाद भी उन्होंने इस खेल में बहुमूल्य योगदान दिया।'

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बिशन सिंह बेदी के चलते नहीं मिल सकी टीम में जगह

बिशन सिंह बेदी के चलते नहीं मिल सकी टीम में जगह

उल्लेखनीय है कि बायें हाथ के स्पिन गेंदबाज राजिंदर गोयल उस दौर में खेला करते थे जब बिशन सिंह बेदी की फिरकी की तूती बोला करती थी और यही वजह थी वो टीम से बाहर नहीं हुए और राजिंदर गोयल को टीम में कभी जगह नहीं मिल सकी। एक इंटरव्यू के दौरान राजिंदर गोयल ने खुद बताया था कि साल 1974 में विंडीज के खिलाफ उन्हें टीम में खेलने का मौका मिला था, लेकिन अंतिम समय में बिशन सिंह बेदी को एक बार फिर से उनकी जगह शामिल कर लिया गया था और वह अपने करियर में कभी भी भारत के लिये नहीं खेल पाये।

हासिल किया था सीके नायडु पुरस्कार

हासिल किया था सीके नायडु पुरस्कार

राजिंदर गोयल भारत के लिये फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं जिन्होंने अपना आखिरी फर्स्ट क्लास मैच 1985 में खेला था। अपने फर्स्ट क्लास करियर में राजिंदर गोयल ने 157 मैच खेले और इस दौरान 750 विकेट चटकाने का कारनामा किया।

राजिंदर गोयल ने 44 साल की उम्र तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला था। इस दौरान गोयल को सीके नायडु पुरस्कार से बीसीसीआई ने सम्मानित किया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्हें यह अवॉर्ड किसी और ने नहीं बल्कि खुद बिशन सिंह बेदी ने ही दिया था।

सुनील गावस्कर मानते थे अपना आदर्श

सुनील गावस्कर मानते थे अपना आदर्श

सुनील गावस्कर ने अपनी किताब ‘आइडल्स' में जिन खिलाड़ियों को अपना आदर्श बताया है उसमें राजिंदर गोयल का भी नाम है। गौरतलब है कि गोयल का करियर भले ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शुरु भी नहीं हो सका लेकिन घरेलू क्रिकेट में काफी लंबा रहा।

उन्होंने पीएम नेहरू के दौर में खेलना शुरु किया और उनके पोते राजीव गांधी के दौर तक खेले। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 750 विकेट चटकाये जिसमें सुनील गावस्कर का विकेट भी शामिल था। बॉम्बे के पदमाकर शिवालकर की तरह वह भी अनलकी रहे कि उन्होंने अपना अधिकतर क्रिकेट बिशन सिंह बेदी के दौर में खेला।

Story first published: Monday, June 22, 2020, 12:39 [IST]
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