धोनी कप्तान गए और...
आरपी सिंह ने यह बयान आकाश चोपड़ा के साथ बात करते हुए कहा। उन्होंने कहा, ''मेरी धोनी के साथ पहली मुलाकात उस समय हुई थी जब हम दोनों में से कोई भी भारत के लिए नहीं खेला करता था। हम दोनों ने काफी समय साथ गुजारा है। धोनी टीम के कप्तान बन गए और उनका ग्राफ लगातार ऊपर जाता रहा और मेरा नीचे गिरता गया, लेकिन बावजूद इसके हमारी दोस्ती पर कोई असर नहीं पड़ा। हम अब भी बात करते हैं और एक साथ घूमते हैं।''
बताया रोचक किस्सा
इसके अलावा आरपी सिंह ने धोनी से जुड़ा एक रोचक किस्सा भी शेयर किया है। आरपी सिंह ने कहा, ''एक बार मैंने धोनी से पूछा था किए एक बेहतर क्रिकेट बनने के लिए मुझे क्या करना चाहिए। लेकिन धोनी ने मेरे सवाल का तो जवाब नहीं दिया पर कहा कि मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं, लेकिन संभव है मेरा भाग्य मेरा साथ न दे रहा हो।''
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बताया क्यों करियर हुआ खत्म
आरपी सिंह ने 32 साल की उम्र में दो वर्ष पहले क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। जब आरपी से उनके करियर के अचानक खत्म हो जाने के बारे में प्रश्न किया गया तो जबाव में उन्होनें ये कहा, ''मैं उस समय टॉप पर था, लेकिन मैं टेस्ट या वनडे में भी अपनी जगह नहीं बचा पाया। मैंने आईपीएल भी खेला। 3-4 सीजन में सर्वाधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज था, लेकिन मैं ज्यादा मैच नहीं खेल पाया क्योंकि कप्तान का मुझ पर भरोसा नहीं था. जब मैंने चयनकर्ताओं से पूछा तो उनका जवाब था, 'राजे तू मेहनत कर तेरा वक्त जरूर आएगा।''
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