नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके भारतीय क्रिकेट टीम के आलराउंडर युवराज सिंह अब युवाओं के लिए कुछ करने का ठान चुके हैं। 'सिक्सर किंग' युवराज ने शुक्रवार को पंजाब के अमृतसर में लोहारका रोड पर स्थित एक निजी स्कूल में सेंटर ऑफ एक्सीलेंसी क्रिकेट एकेडमी का उद्घाटन किया। हालांकि इस बीच उनके बाउंसरों की पत्रकारों के साथ धक्का-मुक्की देखने को मिली, जिसके बाद युवराज कार्यक्रम से बाहर चले गए। इसपर स्कूल के प्रबंधकों ने घटना पर खेद जताया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए युवराज सिंह ने कहा वह एक फिल्म बनाने जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट पर उनकी एक टीम काम कर रही है। युवराज सिंह ने इस बारे में आगे कुछ और नहीं बताया। उन्होंने कहा की कैंसर की लड़ाई जीतने के बाद वह स्वस्थ हैं। इन दिनों वह एक एनजीओ के साथ भी काम कर रहे हैं, ताकि कैंसर पीड़ित लोगों की सेवा की जा सके। युवराज ने कहा कि वह अब तक पूरे देश में इस प्रकार की 15 अकादमियों को खोल चुके हैं। इसके तहत अमृतसर सेंटर का उद्घाटन किया गया है। जल्दी ही कपूरथला व जालंधर में भी केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन अकादमियों में युवा खिलाड़ी वर्तमान क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में खेलने के एक्सपर्ट हो जाएंगे।
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युवराज ने कहा कि किसी भी स्कूल के छात्र केंद्र में प्रवेश ले सकते हैं। नवोदित क्रिकेटरों के लिए प्रशिक्षित कोच रखे गए हैं। वाईएससीई का उद्देश्य नवोदित क्रिकेट और खेल के उत्थान के लिए विश्व स्तरीय सुविधाओं की पेशकश करना है। स्कूल प्रबंधन ने युवराद का सम्मान किया। स्कूल के प्रिंसिपल विक्रम सेठ ने कहा, "केंद्र, एक अत्याधुनिक इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, तीरंदाजी, शूटिंग और बिलियर्ड्स, पूल और स्मोकर, आदि जैसी खेल सुविधाएं प्रदान करेगा।" स्कूल के डायरेक्टर विक्रम सेठ ने कहा कि लड़कियों में क्रिकेट का रुझान बढ़ाने के लिए लड़कियों के लिए फीस कम रखी गई है। प्रतिभावान बच्चे के लिए धन का अभाव बाधा नहीं बनने देंगे।