थरूर से पंगा लेना पड़ा महंगा..
झगड़ा तब शुरू हुआ जब ललित मोदी ने आईपीएल 3 के दौरान ट्विट किया कि कैबिनेट मिनिस्टर शशि थरूर कोच्ची टीम की खरीद-फरोख्त के लिए उन पर दवाब डाल रहे हैं। वजह है उनकी तत्कालीन प्रेमिका और मौजूदा पत्नी सुनंदा पुष्कर जो कि कोच्ची टीम को खरीदना चाहती थीं। थरूर ने उन्हें आगे कर के खुद टीम पर पैसा लगा रहे थे। मीडिया में लीक होने के बाद यह खबर आग की तरह फैल गयी जिसने बीसीसीआई के टेबल से लेकर दिल्ली की संसद को हिला कर दिया। थरूर कुर्सी से गये और मोदी बीसीसीआई से। थरूर ने तो बाद में सुनंदा से शादी कर ली लेकिन ललित मोदी का सबकुछ खत्म हो गया उन्हें क्रिकेट, आईपीएल और भारत को भी छोड़कर जाना पड़ा।
श्रीनिवासन ने मोदी के खिलाफ करायी एफआईआर
उसके बाद बीसीसीआई के सचिव एन श्रीनिवासन ने इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ़ चेन्नई में एक शिकायत दर्ज करवायी। श्रीनिवासन ने कहा था उन्हें लगातार मोदी के खिलाफ गणमान्य लोगों से शिकायतें मिल रही थी जिसमें लेन-देन में आर्थिक अनिमितताओं, पैसे के गलत इस्तेमाल से जुड़ी बातें थीं। अब ये पुलिस का काम है कि इस पर कार्रवाई करे। हमने अपनी शिकायत में ढेर सारे दस्तावेज़ भी संगलग्न किए हैं जिनके माध्यम से हमने ऐसी बातों को उजागर गिया है जिससे पता चले कि आईपीसी की धाराओं का कैसे उल्लंघन किया गया।
मोदी ने मांग कानूनी मदद लेकिन...
श्रीनिवासन की शिकायत के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने बम्बई उच्च न्यायालय से मदद मांगी लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गयी जिसके बाद मोदी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की अनुशासनात्मक समिति को फिर से गठित करने संबंधी याचिका दायर की थी।
मोदी ने मांगी मदद
क्योंकि बीसीसीआई ने भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर मोदी के खिलाफ सुनवाई के लिए अनुशासनात्मक समिति का गठन किया था लेकिन मोदी ने यह कहते हुए इस समिति के फिर से गठन की मांग की थी कि समिति में अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर चिरायु अमीन को शामिल नहीं किया जाए।
जेटली और अमीन पर लगाया आरोप..
मोदी ने दलील दी थी कि अमीन और जेटली उनके प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। इस संबंध में मोदी की याचिका पर सुनवाई करते हुए बम्बई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मोहित शाह और न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने साफ कर दिया था कि समिति में बदलाव की मोदी की मांग नहीं मानी जा सकती।
ललित मोदी की सदस्यता खत्म
25 सितंबर 2013 को एक ऐतिहासिक फैसले के तहत इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की सदस्यता को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। मोदी के खिलाफ अनुशासनहीनता और अनियमितता के आरोप साबित हुए हैं।