नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान सुपर लीग के बचे हुए मैचों को कोरोना वायरस के बीच दोबारा शुरू कराने के फैसले पर सवाल उठाते हुए लताड़ने का काम किया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पीएसएल के बचे हुए 20 मैचों को यूएई में आयोजित कराना का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि पीएसएल के इस सीजन में 34 मैच खेले जाने थे लेकिन 14 मैचों के बाद ही इस टूर्नामेंट को स्थगित करना पड़ा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस लीग को 7 खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद फरवरी में लीग को बीच में ही स्थगित करने का फैसला किया। हालांकि पीसीबी को उस समय झटका लगा जब यूएई सरकार ने कोरोना वायरस के चलते पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश से आने वाले यात्रियों पर बैन लगा दिया है।
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'क्रिकेट पाकिस्तान डॉट कॉम' से बात करते हुए जावेद मियांदाद ने कहा, ' जिस वक्त दुनिया में हर कोई लोगों की जिंदगी बचाने पर ध्यान दे रहा है उस समय लोग क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहे हैं। दुनिया में यह समय क्रिकेट खेलने का नहीं ब्लकि जिंदगी बचाने का है, हमें इस मुश्किल समय में लोगों की जान बचाने पर ध्यान देना चाहिये, वहां पर पीसीबी लोगों की जान से खेलने जा रहा है।'
जावेद मियांदाद ने आगे कहा कि भारत भी इस महामारी से जूझ रहा है जहां पर कुछ ही महीनों में टी20 विश्व कप होने वाला है। ऐसे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड लालची बन कर खिलाड़ियों की जान से खेलने के बारे में सोच रहा है।
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उन्होंने कहा, 'पीसीबी ने अपने खुद के वित्तिय लाभ के लिये लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है, अगर यह मेरे हाथ में होता तो मैं बचे हुए 20 पीएसएल मैचों का आयोजन करने का जोखिम नहीं लेता। यदि पीसीबी इस टूर्नामेंट को आयोजित कराने का फैसला करता है और समस्याओं का सामना करता है तो कौन इसका जिम्मेदार होगा।'