विराट के बयान से सरनदीप सिंह हैरान-
सरनदीप सिंह ने एएनआई से बात करते हुए कहा, यह चयन समिति की जिम्मेदारी है कि वे खिलाड़ियों का चयन करें और कप्तान की नियुक्ति करें। चयन प्रक्रिया में बीसीसीआई का कोई रोल नहीं होता है। विराट कोहली ने आज अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बयान दिया वह थोड़ा सा हैरान करने वाला है। जिस तरीके से चीजें गई हैं उनको इतना खराब नहीं होना चाहिए था।
सरनदीप सिंह यह भी कहते हैं कि वह व्यक्तिगत तौर पर महसूस करते हैं सफेद गेंद फॉर्मेट में एक ही कप्तान होना चाहिए। इससे इसके अलावा उन्होंने कहा कि चीजों को और प्रोफेशनल तरीके से हैंडल किया जा सकता था और विराट कोहली को इस बारे में पहले से सूचना दी जानी चाहिए थी। वे यह भी कहते हैं कि वे चाहते हैं कि सभी चीजें आसानी से सुलझ जाए क्योंकि इससे भारतीय क्रिकेट को नुकसान हो सकता है।
इस खिलाड़ी ने कमाल की वापसी की है, लक्ष्मण ने बताया दक्षिण अफ्रीका में कौन होगा बेहद अहम
कोहली ने किया था कम्यूनिकेशन गैप की ओर इशारा-
इससे पहले विराट कोहली ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और कहा था की उनके और भारतीय क्रिकेट प्रशासकों के बीच में बहुत ज्यादा बातचीत नहीं हुई है। बल्कि टेस्ट सीरीज के लिए सिलेक्शन करने वाली मीटिंग से डेढ़ घंटा पहले ही उनसे संपर्क किया गया था और इससे पहले किसी भी तरह का कोई भी वार्तालाप नहीं किया गया।
विराट कोहली ने कहा कि उन्होंने जब से T20 कप्तानी छोड़ी है तब से लेकर 8 दिसंबर तक किसी भी तरह की कोई बातचीत उनके व बोर्ड के बीच में नहीं हुई। विराट कोहली कहते हैं कि उनके और चयनकर्ताओं के बीच में टेस्ट टीम के चयन को लेकर बातचीत हुई जिस पर दोनों ही पक्ष सहमत थे और उसके बाद में पांच चयनकर्ताओं ने यह तय किया कि वह वनडे कप्तान नहीं रहेंगे जिसके जवाब में विराट कोहली का कहना है कि वे इस बात से विचलित नहीं थे और उन्होंने इसके लिए कहा कि ठीक है यही सही है।
सरनदीप ने कहा- रोहित और कोहली दोनों कमाल खिलाड़ी हैं
इसी बीच सरनदीप सिंह यह भी कहते हैं कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच में दरार जैसी बातें सिर्फ एक झूठ है। उन्होंने अपनी बात कहते हुए कहा, "रोहित और विराट दोनों ही मैच्योर खिलाड़ी हैं और कप्तान है। उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ कभी भी बात नहीं की है और ना ही किसी तरह की कोई सवाल उठाए हैं। दोनों ही जानते हैं कि इस तरह की स्थितियों से कैसे निपटा जाए। भले ही वे आपस में बहुत अच्छे दोस्त नहीं होंगे लेकिन उसके बावजूद दोनों ही अपने देश के लिए खेलते हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने भारत के लिए बहुत अधिक मुकाबले जीते हैं और उनकी जोड़ी कमाल की है।"