जब से सौरव गांगुली ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को साथ लेकर चार देशों की प्रतियोगिता खिलाने के लिए अपनी इच्छा जाहिर की है तब से यह चर्चा जोरों पर कि क्या बीसीसीआई एन श्रीनिवासन के 'बिग थ्री' के फार्मूले पर चल रही है या फिर आईसीसी के खिलाफ एक स्टैंड लेने के लिए दुनिया के क्रिकेट बोर्ड साथ हो रहे हैं।
यह सीरीज 2021 में होनी प्रस्तावित है लेकिन पहले ही इसमें कुछ बाधाएं आ रही हैं क्योंकि बीसीसीआई को अभी इस मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने हरी झंडी नहीं दी है। दूसरी ओर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को भी अपनी कैलेंडर टाइमिंग के हिसाब से चीजों को सुलझाना बाकी हैं। इतना ही नहीं, सब कुछ ठीक जाने के बाद इस सीरीज को आईसीसी से भी मंजूरी मिलनी बाकी होगी।
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इसी बीच गांगुली इस मामले पर आगे की बात करने के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधियों साथ बातचीत के लिए के लिए यूनाइटेड किंगडम के लिए उड़ान भरेंगे। उनका एजेंडा अन्य दो बोर्ड के साथ सुपर सीरीज की योजना बनाना है और यह भी चर्चा करना है कि कौन सी चौथी टीम भाग लेगी। ईसीबी और सीए के अलावा, आईसीसी अधिकारियों से भी इस बारे में सलाह ली जाएगी।
इस बारे में बात करते हुए एक सूत्र ने बताया, "हाँ, गांगुली बुधवार को ईडन गार्डन्स से यूके गए और वहाँ रहने के दौरान 4 देशों के टूर्नामेंट के बारे में बातचीत करेंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अधिकारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि चीजों की प्रगति कैसे हो रही है। कुछ चीजों पर गौर करना जरूरी है। "
दिसंबर में, इंग्लैंड बोर्ड के अधिकारियों ने इस मुद्दे के संबंध में एक बयान जारी किया था और उल्लेख किया था कि वे क्रिकेट के खेल को प्रभावित करने वाले विषयों पर चर्चा करने के लिए प्रमुख क्रिकेट देशों के लीडर के साथ बातचीत कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है, "दिसंबर में बीसीसीआई के साथ एक बैठक में चार देशों के टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था और हम आईसीसी के अन्य सदस्यों के साथ चर्चा के लिए खुले हैं कि क्या यह अवधारणा विकसित हो सकती है।"
आईसीसी अगले आठ वर्षों तक हर साल एक आईसीसी कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिससे मुनाफा कमाने की उनकी क्षमता बढ़े। चार देशों की सुपर सीरीज को उसकी ही प्रतिक्रिया माना जा रहा है।