नई दिल्ली। हाल ही में जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) की नीतियों पर सवाल उठाए थे, लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि उनके भतीजे फैसल इकबाल को बलूचिस्तान के कोच पद के लिए चुना जाएगा तो उन्होंने बोर्ड से माफी मांग ली। लेकिन अब खबर सामने आई है कि फैजल ने पीसीबी को धोखा देकर कोच पद संभाला है। ऐसे में फिलहाल उन्हें इस पद से हटा दिया गया है।
पीसीबी ने आरोप लगाया है कि फैसल ने पने ऑफिस में मैट्रिक का फर्जी सर्टिफिकेट जमा किया था। पीसीबी ने कहा है कि जांच होने तक वो टीम से अलग रहेंगे। फिलहाल फैसल के खिलाफ फर्जी सर्टिफिकेट को लेकर जांच शुरू हो गई है। नेशनल टी-20 कप की शुरुआत 30 सितंबर से होगी, जिसमें फैसल टीम का हिस्सा नहीं होंगे।
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पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक फैसल इकबाल को कुछ महीने पहले कारण बताओ नोटिस दिया गया था। फैसल पर आरोप है कि उन्होंने जब साल 2003 में PIA में नौकरी शुरू की थी तब उन्होंने मैट्रिक का फर्जी सर्टिफिकेट जमा करवाया था। PIA के मुताबिक फैसल के सर्टिफिकेट को जब कराची के बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन के पास वेरिफिकेशन के लिए भेजा गया तो उन्होंने इसे फर्जी करार दिया। फैसल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
यहां तक कि सर्टिफिकेट पर नाम भी एक जैसा नहीं है। सर्टिफिकेट पर फैसल मोहम्मद इकबाल लिखा है, जबकि नौकरी जॉइन करते समय उन्होंने अपना नाम फैसल इकबाल लिखाया था। फैसल पाकिस्तान के लिए 26 टेस्ट और 18 वनडे खेल चुके हैं। उन्होंने साल 2000 में जब वनडे में डेब्यू किया था उस वक्त उनके सेलेक्शन पर बवाल मचा था। जावेद मियांदाद के भतीजे होने के चलते उन दिनों पीसीबी पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगा था। टेस्ट क्रिकेट में फैसल का औसत महज 26.76 का रहा। वनडे में भी उन्होंने सिर्फ 22.42 की औसत से रन बनाए। दोनों फॉर्मेट में उनके नाम 1-1 शतक है।