नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला टी20 कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया। मैच को टीम इंडिया ने जीत भी लिया। लेकिन इस जीत से टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर खुश नहीं दिखे। दरअसल, मामला टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से जुड़ा था क्योंकि अजहरुद्दीन ने ईडन गार्डन्स में मैच शुरू होने से पहले बेल बजाई थी।
इसी बात को लेकर गंभीर ने निराशा व्यक्त की है और बीसीसीआई(भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) समेत सीओए(प्रशासकों की समिति) और सीएबी( क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल, जिसमें सौरव गांगुली भी शामिल हैं) को भी खरी-खरी सुनाई है। गंभीर ने ट्वीट कर इस वाकये की निंदा की है। बता दें कि टीम इंडिया ने ये मैच 5 विकेट से जीत सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है लेकिन गंभीर दुखी हैं।
ट्वीट में BCCI, CoA और CAB को लपेटा
गौतम गंभीर ने ट्वीट कर लिखा है, "भारत आज ईडन गार्डन्स में जीता गया लेकिन मुझे खेद है कि बीसीसीआई, CoA और सीएबी हार गए। ऐसा लगता है कि भ्रष्ट के खिलाफ नीति रविवार को छुट्टी पर है! मुझे पता है कि उन्हें एचसीए चुनाव लड़ने की इजाजत थी लेकिन फिर भी यह चौंकाने वाला है...घंटी बज रही है, उम्मीद है कि शक्तियां सुन रही हैं।"
India may have won today at Eden but I am sorry @bcci, CoA &CAB lost. Looks like the No Tolerance Policy against Corrupt takes a leave on Sundays! I know he was allowed to contest HCA polls but then this is shocking....The bell is ringing, hope the powers that be are listening. pic.twitter.com/0HKbp2Bs9r
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) November 4, 2018
आपको बता दें, मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मुकाबले खेले हैं। यहां तक कि लंबे समय तक टीम इंडिया की कमान भी संभाली है लेकिन अजहरुद्दीन पर मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगा था। साल 2000 में बीसीसीआई ने उन पर प्रतिबंधित लगा दिया था। हालांकि, आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने साल 2012 में अजहरुद्दीन से प्रतिबंध हटा लिया था।
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खेल के मैदान के बाद अजहरुद्दीन ने क्रिकेट में प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालने की कोशिश की थी। इस वजह से जनवरी 2017 में उन्होंने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव लड़ने का मन बनाया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। इसके पीछे कारण दिया गया कि बोर्ड ने उनके प्रतिबंध की स्थिति पर स्पष्टता की कमी जताई है। हालांकि बाद में बीसीसीआई ने उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी थी और यह भी स्पष्ट किया कर दिया था कि उनके ऊपर कोई प्रतिबंध नहीं है।