युवराज और 'दादी' गांगुली-
इसमें दोराय नहीं कि युवराज ने यो-यो टेस्ट को लागू करने के तरीके पर अपनी असंतोष व्यक्त किया। कुछ ऐसी ही बातें उनके पिता कहते आए हैं। ऐसे में जब गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने तय हुए तब युवराज सिंह ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर दादा को ना केवल बधाई दी बल्कि भारतीय क्रिकेट के सिस्टम पर भी अपने अंदाज में तंज कस दिया। युवराज ने अपने कप्तान को बधाई देते हुए लिखा- 'महान इंसान का सफर महानतम होता है, भारत के कप्तान बनने से लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष बनने तक का सफर। काश आप तब भी अध्यक्ष होते जब योयो टेस्ट डिमांड में था। गुड लक दादी।
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'यू आर माई सुपरस्टार'
राष्ट्रीय टीम से लंबे समय तक बाहर रहने के बाद, युवराज ने इस साल जून में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। स्टाइलिश बाएं हाथ के खिलाड़ी ने आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के दौरान 2000 में सौरव गांगुली की कप्तानी में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। युवराज यो यो टेस्ट के चलते टीम में जगह नहीं बना पाए थे। इस बारे में अपने कटु अनुभव युवराज ने संन्यास के बाद साझा किए थे। युवराज के ट्वीट के जवाब में, गांगुली ने एक शानदार संदेश के साथ जवाब देते हुए ट्वीट किया, "थैंक्यू सर्वश्रेष्ठ .. तुमने इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीता है। खेल के लिए अच्छे काम करने का समय है। यू आर माई सुपर स्टार .. भगवान का आशीर्वाद हमेशा बना रहे।"
युवराज का दर्द-
बता दें कि युवराज ने कुछ समय पहले आज से बात करते हुए बताया था, "कभी नहीं सोचा था कि चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद खेले गए 8-9 मैचों में से 2 मैचों में मैन ऑफ द मैच बनने के बाद मुझे छोड़ दिया जाएगा। मैं चोटिल हो गया और मुझे तैयारी के लिए कहा गया। फिर अचानक, यो-यो परीक्षण तस्वीर में आ गया। मेरे चयन में यह यू-टर्न था। अचानक मुझे वापस जाना पड़ा और 36 साल की उम्र में यो-यो टेस्ट की तैयारी करनी पड़ी। यो-यो टेस्ट क्लियर करने के बाद भी मुझे घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कहा गया। "