उठाए यह सवाल
गंभीर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा, गेंदबाजों पर सवाल उठाने की बजाय उन्हें हार की जिम्मेदारी खुद लेनी चाहिए। गंभीर ने इसके अलावा बेंगलुरू के टीम मैनेजमेंट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक पूर्ण रूप से तेज गेंदबाज को नहीं खरीदकर आरसीबी ने काफी बड़ी गलती की। गंभीर ने आगे कहा कि अगर उन्हें पता था कि मार्कस स्टोइनिस और नाथन कुल्टर नाइल शुरूआत में उपलब्ध नहीं रहेंगे तो फिर इन खिलाड़ियों को क्यों टीम में शामिल किया गया। एम चिन्नास्वामी जैसी फ्लैट विकेट पर जहां रन काफी बनते हैं वहां पर एक जबरदस्त तेज गेंदबाज की जरूरत होती है।
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गेंदबाजों को जिम्मेदार ठहराना गलत
बेंगलुरू को आंध्रे रसेल की 13 गेंदों में नाबाद 48 रनों की पारी के कारण भी एक मैच गंवाना पड़ा। इस मैच में बेंगलुरू ने 205 रन बनाए थे, लेकिन अंतिम ओवरों में गेंदबाजों ने रन लुटाते हुए मैच गंवा दिया। हार के बाद कोहली ने गेंदबाजों पर निशाना साधा। इसपर गांगुली ने कहा कि ने हार की जिम्मेदारी पिछले मैच में गेंदबाजों पर ठहराई पर उन्हें ये जिम्मेदारी खुद लेनी चाहिए। विराट ने सिराज के ओवर को स्टोइनिस से पूरा करवाया जबकि उनके पास पवन नेगी जैसे स्पिनर मौजूद थे और गेंद पर ग्रिप भी अच्छी बन रही थी। रसेल को रोकने के लिए तेज गेंदबाजों का प्रयोग कारगर हो इसकी कोई गारंटी नहीं है।
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पहले भी निकाल चुके हैं भड़ास
बता दें कि इससे पहले भी गंभीर ने कोहली की खराब कप्तानी पर अपनी भड़ास निकाली थी। तब कोहली ने गंभीर को जवाब दिया था कि वह बाहर बैठे लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देते। अगर ऐसा होता तो वह भी बाहर बैठे होते। गंभीर ने कहा था कि लगातार असफलता के बावजूद विराट आरसीबी के कप्तान बने हुए हैं, इसलिए उन्हें अपने आपको भाग्यशाली समझना चाहिए। इतनी असफलता के बाद आमतौर पर कप्तान बदल दिए जाते हैं। बेंगलुरू की टीम 2016 फाइनल से लेकर अब तक 35 में से सिर्फ 9 मैच ही जीत पाई है।