न्यूजीलैंड से नाखुश हुए गौतम गंभीर-
पहले बैटिंग करने के बाद न्यूजीलैंड ने पावरप्ले में संघर्ष किया लेकिन यह केन विलियमसन की 85 रनों की धुआंधार पारी थी जिसके चलते उन्होंने 172 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। एक झलक में तो यह स्कोर अच्छा दिख रहा था लेकिन कीवी गेंदबाज इसको डिफेंड करने में सफल नहीं रहे जिसके चलते आस्ट्रेलिया ने आसानी से 8 विकेट से जीत दर्ज कर ली। न्यूजीलैंड के फाइनल मुकाबले में हार के बाद से गौतम गंभीर पूरी तरह नाखुश हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के बाद न्यूजीलैंड उनकी दूसरी सबसे फेवरेट टीम है।
न्यूजीलैंड की टीम भारत के बाद मेरी फेवरेट थी- गंभीर
भारत के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज रहे गौतम गंभीर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिखे अपने कॉलम में कहा, "न्यूजीलैंड की टीम भारत के बाद मेरी फेवरेट थी। लेकिन उनको इस तरीके से खेलते देखना अच्छा नहीं लगा। उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए थे और ऐसे कई बार होता है कि इस तरह के स्कोर के साथ आप जीत जाते हो क्योंकि न्यूजीलैंड के पास तो बहुत अच्छा बॉलिंग अटैक है। लेकिन उन्होंने अपने विपक्षियों को हावी होने दिया और वे इस तरह की टीम नहीं दिखाई दे रहे थे जिसने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराया और इससे पहले ग्रुप स्टेज में भारत को हराया था।" गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान भी रहे हैं और उनका कहना है कि यह फाइनल न्यूजीलैंड क्रिकेट की बहुत अच्छी परफॉर्मेंस के लिए याद नहीं रखा जाएगा।
'मैं अपने टिकट के पैसे वापस मांग लेता'
गंभीर ने कहा, "न्यूजीलैंड की टीम ऐसी है जो प्लानिंग करने में पूरी तरह यकीन रखती है। वहां खिलाड़ियों के महत्वपूर्ण रोल पहले से ही तय होते हैं और वे उनको उसी तरीके से बारीकी के साथ मैदान में उतारते हैं और अगर मैं न्यूजीलैंड का सपोर्टर होता तो निश्चित रूप से अपनी टीम की परफॉर्मेंस देख कर खुश होता और अपने टिकट के पैसों की वापसी की डिमांड भी करता। ये ऐसी परफॉर्मेंस नहीं थी जो आप फाइनल मुकाबले में दें।"
न्यूजीलैंड को फाइनल में आस्ट्रेलिया के मिशेल मार्श ने बहुत बुरी तरह से धोया था और गौतम गंभीर ने भी इसकीआलोचना की है कि उनका मिशेल मार्श के खिलाफ कोई प्लान था ही नहीं। गंभीर कहते हैं, "यह समझना बड़ा मुश्किल है कि न्यूजीलैंड ने मिशेल मार्स को इतनी शार्ट और इतनी गलत लाइन पर गेंदबाजी क्योंकि मिशेल मार्श पश्चिमी आस्ट्रेलिया से खेलते हैं और वहां पर वाका क्रिकेट ग्राउंड पर खेलते हुए बड़े हुए हैं। ऐसे में उन्होंने शॉट पुल लगाना सबसे पहली चीजों में सीखा होगा फिर भी उन्होंने उनको वहीं पर गेंदबाजी की।"