प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा
गंभीर ने कहा है, "प्रदूषण दिल्ली में क्रिकेट या किसी अन्य खेल के मैच होने का एक गंभीर मुद्दा है। मुझे लगता है कि दिल्ली में रहने वाले लोगों को क्रिकेट मैच के बजाय प्रदूषण के स्तर के बारे में अधिक चिंतित होना चाहिए।" प्रदुषण केवल एथलीट के लिए ही नहीं, यह दिल्ली के आम आदमी के लिए भी है. एक क्रिकेट मैच इसके सामने बहुत छोटी चीज है, मुझे लगता है कि हम कह सकते हैं कि हम मैच को शिफ्ट करना चाहिए या नहीं, लेकिन हमें इससे ज्यादा चिंता प्रदुषण की होनी चाहिए।"
यह मैच के मुकाबले कहीं ज्यादा है
इस पूर्व ओपनर ने कहा, "मैं वास्तव में परेशान नहीं हूं, कि मैच होगा या नहीं, मुझे इससे बहुत ज्यादा मतलब नहीं है। मुझे मतलब प्रदुषण से है, जिसका दिल्ली के लोग सामना कर रहे हैं। यह मैच के मुकाबले कहीं ज्यादा है। दिल्ली में प्रदुषण से बच्चों से लेकर बूढ़े तक पीड़ित है। हालांकि मुझे पता चला है, कि इस बार प्रदूषण का स्तर कम है। इसका बहुत सारा श्रेय लोगों को जाता है, लेकिन अभी भी बहुत प्रयास किए जाने की जरूरत है।"
प्रदूषण स्तर थोड़ा बेहतर रहा
गंभीर ने साथ ही कहा कि पिछले छह साल में इस बार दिवाली के बाद दिल्ली का प्रदूषण स्तर थोड़ा बेहतर रहा है। बेशक दिल्ली सरकार का दावा है कि उसने इस दिशा में काफी काम किया है, लेकिन वास्तव में वो दिल्ली के लोगों में फैली जागरूकता ही है जिसकी वजह से उन्होंने कम पटाखे चलाए हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए बेहद गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।मुझे याद नहीं आता कि दिल्ली सरकार ने पिछले चार-साढ़े चार साल में क्या किया है। मगर मुझे लगता है कि केंद्र सरकार इस मामले को लेकर काफी संजीदा है।