नई दिल्ली। पिछले साल इंग्लैंड में हुआ आईसीसी विश्व कप का समापन विवाद के साथ हुआ था। यह विवाद था आईसीसी के अजीबोगरीब नियम के तहत इंग्लैंड को चैंपियन बनाने पर। जिस तरीके से इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को खिताब जीतने से रोका था उसकी आलोचना उस समय क्रिकेट जगत में भी खूब हुई थी। आईसीसी पर भी सवाल उठे। वहीं अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज गाैतम गंभीर ने भी इस मैच को लेकर अब अपनी राय दी और कहा कि खिताब न्यूजीलैंड को मिलना चाहिए था।
साल 2019 में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया विश्व कप फाइनल आईसीसी के सबसे विवादित मैचों में से एक बन गया। हालांकि ये विवाद खिलाड़ियों की वजह से नहीं बल्कि काउंसिल के पुराने और अजीब नियम की वजह से हुआ, जिसके आधार पर मैच और सुपर ओवर में स्कोर बराबर होने के बावजूद बाउंड्री ज्यादा होने पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया।
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फैंस और क्रिकेट समीक्षकों ने आईसीसी के इस नियम की काफी आलोचना की और अब पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी कहा कि न्यूजीलैंड टीम इंग्लैंड के साथ टूर्नामेंट का संयुक्त विजेता बनने की हकदार थी। स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेड' पर गंभीर ने कहा, ''पिछली बार विश्व कप के संयुक्त विजेता होने चाहिए थे। न्यूजीलैंड को विश्व चैंपियन का खिताब मिलना चाहिए था लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण था।''
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पूर्व सलामी बल्लेबाज गंभीर का मानना है कि न्यूजीलैंड ने विश्व कप में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन उन्हें वो श्रेय नहीं मिला जिसके वे हकदार हैं। उन्होंने कहा, ''अगर आप उनका ओवरऑल रिकार्ड देखो तो उनके प्रदर्शन में काफी निरंतरता है। पिछले दो विश्व कप में वे उप विजेता रहे और उनके प्रदर्शन में काफी निरंतरता है। मुझे लगता है कि वे जिन भी परिस्थितियों में खेले काफी प्रतिस्पर्धी रहे। हमने उन्हें पर्याप्त श्रेय नहीं दिया।''