नई दिल्लीः भारत के पास महिला क्रिकेट में स्मृति मंधाना एक ऐसा नाम हैं जो लंबे समय तक देश के क्रिकेट को अपने कंधों पर खींचने का दम रखती हैं। वे एक बड़ी लीडर साबित हो सकती हैं। उनकी पर्सनलिटी में एक रुतबा है जिसको वो बार-बार बल्ले से अपने प्रदर्शन के साथ और बड़ा करती जाती हैं। आकर्षक व्यक्तित्व की धनी मंधाना एक शालीन बाए हाथ की बल्लेबाज हैं जो गियर बदलकर जब बैटिंग करती हैं तो भारत हमेशा ऊपरी पायदान पर होता है।
भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर भी मंधाना में एक लीडर का उभार देखते हैं और उन्होंने कहा है कि स्मृति मंधाना में "लंबे समय तक" भारतीय महिला क्रिकेट का नेतृत्व करने की क्षमता है। मंधाना हाल ही में संपन्न गुलाबी गेंद के टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। ये मंधाना का शानदार प्रदर्शन था जिसने भारत को मैच में ऊंचा उठाया और यह चार दिन का मुकाबला ड्रा हुआ।
25 वर्षीय ने अब चार टेस्ट में 46.42 की औसत से 325 रन बनाए हैं। उन्होंने वनडे में 41.70 की औसत से 2377 रन बनाए हैं और 81 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1901 रन बनाए हैं। यह एक शानदार रिकॉर्ड है और मिताली राज के बाद मंधाना का उभार भारतीय महिला क्रिकेट के लिए अहम है।
एक और रिकॉर्ड बना सकता है नीरज चोपड़ा का भाला, ई-नीलामी में सबसे मंहगा बिकने की उम्मीद
गंभीर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा, "सिर्फ इसलिए कि वह (मेरी तरह) बाएं हाथ से बल्लेबाजी करती है, मैं स्मृति मंधाना के प्रति पक्षपाती नहीं हूं। मैं वास्तव में मानता हूं कि उनके भारतीय महिला खेल को लंबे समय तक ले जा सकने वाले कंधे मौजूद है।"
उन्होंने कहा, "मंधना एक आसान खिलाड़ी हैं, जो अपनी बल्लेबाजी को पवॉर के बजाय टाइमिंग के आधार पर खेलती हैं। वह साझेदारी में काम करती है, गेंद को अंतराल में रख सकती है जैसे कि वह Google लोकेटर के साथ काम कर रही हो।"
भारत के पूर्व महिला कोच डब्ल्यूवी रमन ने कहा है कि मंधाना में भारत के लिए भविष्य की कप्तान बनने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि कप्तानी का उम्र से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन मैं आश्वस्त हूं कि मंधाना कप्तान हो सकती हैं। वह खेल की अच्छी पाठक हैं और पहले ही कुछ साल क्रिकेट खेल चुकी हैं।"