नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने नाडा की उस मांग को खारिज कर दिया जिसमें उसने भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों की जांच की मांग की थी। बता दें कि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) कोहली और उनके साथी क्रिकेटरों को अपने दायरे में लाना चाहता है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने नाडा को कड़े शब्दों में कहा कि किसी सरकारी निकाय को भारतीय क्रिकेटरों का डोप टेस्ट करना का अधिकार नहीं है।
नाडा के प्रमुख नवीन अग्रवाल को लिखे गए एक पत्र में बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जोहरी ने यह स्पष्ट किया कि नाडा को उसके क्रिकेटरों का परीक्षण करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि बोर्ड राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) नहीं है और इसके वर्तमान डोपिंग सिस्टम काफी मजबूत है। बता दें कि इसके लिए बीसीसीआई अभी स्वीडन की संस्था अंतरराष्ट्रीय ड्रग परीक्षण प्रबंधन (आईडीटीएम) की सेवाएं ले रहा है और उसका उसके साथ बने रहने की संभावना है।
जोहरी ने अपने लेटर में आगे लिखा "यह उल्लेख करना प्रासंगिक है कि बीसीसीआई एक राष्ट्रीय खेल महासंघ नहीं है। इस हिसाब से बीसीसीआई के तत्वावधान में या किसी भी घरेलू या अंतरराष्ट्रीय आयोजन में भारतीय क्रिकेटरों का डोप टेस्ट करना नाडा का अधिकार क्षेत्र नहीं है।"
बता दें कि बीसीसीआई की प्रतिक्रिया सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति के निर्देसानुसार नाडा को दी गई है। नाडा प्रमुख को जवाब देने के अलावा, जोहरी ने खेल सचिव को भी उनके उस लेटर का जवाब दिया जिसमें उन्होंने बीसीसीआई से नाडा के साथ सहयोग करने को कहा था।
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