नई दिल्ली। आईपीएल सीजन 12 की शुरूआत 23 को होनी है, लेकिन इससे पहले इस टूर्नामेंट से जुड़ा एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। राजस्थान के स्टेट डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (एसडीआरआई) ने आईपीएल मैचों में टिकटों पर जीएसटी चोरी पकड़ी है। न्यूज-18 की रिपोर्ट के अनुसार, जांच में सामने आया कि टिकटों का वितरण मुख्य रूप से ऑनलाइन पोर्टल बुक माई शो से किया गया। इसके अलावा 11.62 करोड़ की कीमत के कुल 65207 टिकटों का कांप्लीमेंट्री वितरण भी किया गया। विभिन्न श्रेणियों के इन टिकटों की कीमत 500 से 15000 रूपए तक की थी।
एसएमएस स्टेडियम में मैसर्स रॉयल मल्टी स्पोटर्स प्रा.लि. की फ्रेंचाइजी कंपनी राजस्थान रॉयल्स की ओर से 11 अप्रैल से 19 मई 2018 के दौरान कुल सात मैचों का आयोजन किया गया था। मैसर्स रॉयल मल्टी स्पोटर्स प्रा.लि. द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि 11.62 करोड़ रु. की राशि के इन कॉम्पलीमेंट्री टिकटों पर 28% की कर दर से जीएसटी चोरी हुई है। कंपनी ने जीएसटी एक्ट के तहत मुंबई में रजिस्ट्रेशन करवाया जबकि ये सारे मैच जयपुर में आयोजित किए जा रहे थे। जीएसटी नियमों के अनुसार राजस्थान में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होने के बावजूद कंपनी ने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है। एसडीआरआई ने इस मामले में मुम्बई स्थित मैसर्स रॉयल मल्टी स्पोटर्स प्रा.लि. को सम्मन जारी किया।
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पहले भी हो चुका है घोटाला
बता दें कि आईपीएल आईसीसी की देखरेख में नहीं होता है। इसमें क्या होता है क्या नहीं, ये सिर्फ बीसीसीआई ही पूरा ब्याैरा दे सकती है। इससे पहले साल 2009 में इस टूर्नामेंट में बड़ा घोटाला हुआ था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीसीसीआई, उसके पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी पर विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत 243 करोड़ रुपए के लेन-देन मामले में जुर्माना लगाया था। ईडी ने इन्हें इस फेमा मामले में 120 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना अदा करने का आदेश जारी किया था।