इंदौर। रणजी ट्रॉफी में पहली बार फाइनल मैच जीतकर गुजरात ने इतिहास रच दिया है। पार्थिव पटेल के शानदार शतक की बदौलत गुजरात ने मुंबई को पांच विकेट से हरा दिया है। गुजरात की टीम को जीत के लिए दूसरी पारी में 313 रन बनाने थे जोकि गुजरात की टीम ने पांच विकेट खोकर ही पा लिया। गुजरात की तरफ से दूसरी पारी में सबसे ज्यादा रन पार्थिव पटेल ने बनाए। पार्थिव पटेल 143 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गुजरात के लिए सबसे ज्यादा 54 रन एमसी जुनेजा ने बनाए। वहीं आर एच भट्ट 27 रन और सीजे गांधी 11 रन बनाकर नाबाद लौटे।
रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में मुंबई ने पहली पारी में 228 रन बनाए जिसके जवाब में गुजरात की टीम ने पहली पारी में 328 रन बनाए। वहीं दूसरी पारी में मुंबई टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए 411 रन बनाए। इसके बाद गुजरात की टीम ने दूसरी पारी में संभल कर खेलते हुए 313 रन का लक्ष्य पांच विकेट खोकर प्राप्त कर लिया।
गुजरात की तरफ से दूसरी पारी में सबसे ज्यादा छह विकेट सीटी गाजा ने लिए, वहीं आरपी सिंह को दो विकेट मिले। रणजी मैच के दौरान दूसरी पारी में मुंबई ने शानदार बैटिंग करते हुए 411 रन बनाए थे जिसमें एसएस अय्यर ने 82 रन, एपी तारे ने 69 रन और अभिषेक नायर ने 91 रनों की पारी खेली। इससे पहले मुंबई को रणजी फाइलन मैच में हरियाणा ने हराया ने दो रन से हराया था। मुंबई अभी तक सबसे ज्यादा 11 बार रणजी ट्रॉफी जीत चुकी है। रणजी ट्रॉफी जीतने वाली गुजरात देश की 17वीं टीम बनीं है। इससे साथ ही पहली बार फाइनल मुकाबले में किसी टीम ने इतना लंबा लक्ष्य प्राप्त कर जीत हासिल की है।
पार्थिव पटेल को शानदार शतक बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया। पार्थिव पटेल गुजरात टीम के कप्तान भी हैं। इस मौके पार्थिव ने पर मनप्रीत और प्रियांक की बल्लेबाजी की तारीफ की और साथ ही आरपी सिंह का टीम को मिले साथ की बात भी कही। पार्थिव ने कहा कि जो सपना हमने रणजी सत्र शुरु होने से पहला देखा था वो आज पूरा हो गया। उन्होंने इस जीत का श्रेय टीम के युवा खिलाडियों को दिया।