टीम से 7 साल तक रहे बाहर
डैमियन मार्टिन अपने करियर के दौरान टीम से 7 साल तक बाहर रहे थे। मार्टिन ने साल 1993-94 के दौरान साउथ अफ्रीका के साथ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली। पहला मैच ड्रॉ होने के बाद दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 5 रन की करीबी हार मिली जिसका ठीकरा मार्टिन के सिर पर फूटा, जिसके चलते वह 7 साल तक टीम से बाहर रहे। इसके बाद साल 2000 में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें टेस्ट खेलने का मौका मिला। मार्टिन ने साल 2006 में एडिलेड के मैदान पर करियर का आखिरी टेस्ट मैच एशेज में खेला।
ऐसा रहा करियर
डैमियन मार्टिन ने अपने करियर में कुल 67 टेस्ट मैच खेले जिनकी 109 पारियों में कुल 4406 रन बनाए। वनडे इंटरनैशनल में 208 मैच खेलने वाले मार्टिन ने इस फॉर्मेट में कुल 5346 रन बनाए जिनमें 5 शतक और 37 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने करियर में 4 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले और कुल 120 रन बनाए जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 96 रन रहा।
करियर के 13 महीने में अदभुत रहा प्रदर्शन
मार्च 2004 के बाद से मार्टिन का एक अलग ही अंदाज देखने को मिला। उन्होंने मार्च 2004 के बाद से 13 महीने में 1608 टेस्ट रन बनाए जिसमें उनका ऐवरेज 61 का रहा। वहीं, 2 बार मैन ऑफ द सीरीज जीते। इंग्लैंड में 2005 में उन्होंने सीरीज में 178 रन बनाए और एशेज की हार के लिए उन्हें जिम्मेदार माना गया। साल 2006 में फिर चैंपियंस ट्रॉफी में दमदार खेल दिखाया लेकिन 2006-07 में एशेज सीरीज के शुरुआती दो मैचों में जूझने के बाद संन्यास का फैसला कर लिया।