फुटबॉल टीम में बतौर गोलकीपर
- धोनी अपने स्कूली दिनों में फुटबॉल टीम में बतौर गोलकीपर खेला करते थे।
- उनके फुटबॉल कोच ने ही धोनी को क्रिकेट खेलने के सलाह दी थी और देखिए उस सलाह ने धोनी को कहां पहुंचा दिया।
खडगपुर में टिकट कलेक्टर
- धोनी को लाख कोशिशों के बावजूद जब इंडियन क्रिकेट टीम में जगह नहीं मिली तो उन्हें खडगपुर में टिकट कलेक्टर की नौकरी करनी पड़ी थी।
- ये नौकरी भी उन्हें क्रिकेट के चलते यानी खेल कोटे से ही मिली थी।
लंबे बाल
धोनी जब टीम में आए थे तो उस वक्त उनके बाल लंबे हुआ करते थे, जो कि उन्होंने जॉन अब्राहम की वजह से बढ़ाए थे। उनके लंबे वालों पर केवल लड़कियां ही नहीं मरती थीं बल्कि परवेज मुशर्रफ भी फिदा हो गए थे।
रफ्तार से प्यार
धोनी को रफ्तार से प्यार है और इसी वजह से आज उनके घर रांची के गैरेज में कई कारें और बाइक पार्क होती हैं जिनमें हमर भी शामिल है।
पहले ओडीआई में धोनी 0 पर आउट
- रणजी कैरियर धोनी ने अपना रणजी कैरियर 1999-2000 में बिहार की टीम से शुरु किया था उस वक्त व सिर्फ 18 साल के थे। उन्होंने डेब्यू मैच में 68 रन बनाये थे।
- रणजी में अपने पहले ओडीआई में धोनी ने असम के खिलाफ 128 रन की पारी खेली थी।
- भारत की ओर से पहले ओडीआई में धोनी 0 के स्कोर पर रन आउट हो गये थे।
- धोनी ने सबसे तेज शतक फैसलाबाद में पाक के खिलाफ लगाया था।
- उन्होंने 148 रनों की पारी खेली थी।
- जो कि किसी भी भारतीय विकेट कीपर का टेस्ट में सबसे तेज शतक है।
- एक पारी में सर्वाधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड धोनी के नाम है।