धोनी की यह काबिलियत बनाती हैं औरों से अलग
हरभजन सिंह ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए धोनी की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा कि वह उन कप्तानों में से है जो खिलाड़ी को बताने से ज्यादा उसके प्लान पर भरोसा जताने में विश्वास रखता है।
उन्होंने कहा, ' धोनी ऐसा कप्तान नहीं है जो कहता है की ये करो, वो करो, वो चाहता है की लोग वही करें जिसके बारे में वो खुद जानते हैं, जिसे अच्छे से करने का उन्हें भरोसा है। उसका मानना है कि बतौर गेंदबाज आप अपनी गेंदबाजी को बहुत अच्छे से जानते हैं कि आप क्या कर सकते हैं। अगर आप 6 ऑफ स्पिन गेंदें फेंक सकते हैं तो फिर वैसा ही करें। हां, उन्होंने कई बार मुझे स्टंप के पीछे से या ओवरों के बदलाव के बीच आकर कहा की वो खिलाड़ी ऐसा करने की कोशिश कर रहा है या कर सकता है। लेकिन वो गेंदबाज को कभी भी यह बताने की कोशिश नहीं करते कि आपको ऐसा ही करना है।'
शार्दुल को पड़ रहे थे छक्के, फिर भी धोनी ने नहीं दिया ज्ञान
अपनी राय को स्पष्ट रूप से समझाने के लिये हरभजन सिंह ने चेन्नई सुपर किंग्स में अपने साथी गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की एक घटना का जिक्र किया जब वह पुणे में गेंदबाजी करते हुए चौके-छक्के खा रहे थे।
उन्होंने कहा,'एक बार शार्दुल ठाकुर पुणे में गेंदबाजी कर रहे थे, उसकी हर गेंद पर हिट पड़ रहा था। पहली गेंद पर चौका और दूसरी गेंद पर छक्का पड़ा। मैं उस समय धोनी के पास ही था और मैंने उनसे कहा कि तुम ठाकुर को एंगल बदलने और फील्डर को पीछे करके गेंदबाजी करने के लिए क्यों नहीं कहते? मेरी इस बात पर उसने हमेशा की तरह ही रहकर मुझसे कहा कि ‘भज्जू पा यदि उसे मैं कुछ बताऊंगा तो वो और ज्यादा सोचने लगेगा, खाने दो।'
धोनी जानता है कि कब हिट खाने का जोखिम उठाया जा सकता है
हरभजन सिंह ने धोनी की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा कि वह ऐसा कप्तान है जिसे इस बात का बखूबी पता है कि वह कब हिट खाने का जोखिम उठा सकता है और उसे कैसे अपने खिलाड़ी के भरोसे को बढ़ाने के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'वो जानता था की हम हिट खाने का जोखिम उठा सकते हैं क्योंकि हम तो पहले ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। उस समय धोनी ने कहा कि ‘ जब ठाकुर को लगता है कि कोई विकल्प नहीं बचा है, तो मैं उसे बता सकता हूं कि वह ऐसा करने की कोशिश कर सकता है।' धोनी तब तक किसी को कोई सलाह नहीं देता है जब तक उसे ये ना लगे की आपके पास विचारो की कमी हैं।'