नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ हार्दिक पांड्या का रन आउट तो आपको याद ही होगा और कोई भी भारतीय शायद पांड्या और जडेजा की उस मिस अंडरस्टैंडिंग को इतनी आसानी से भूल भी नहीं सकता जिन्होंने सभी की आशाओं पर पानी फेर दिया । अब आखिरकार भारत के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने माना है कि फाइनल में हुए रन-आउट के बाद वे बहुत गुस्से में थे।
पीटीआई से बातचीत के दौरान हार्दिक पांड्या ने अपने और रविंद्र जडेजा के बीच फाइनल मैच में हुई मिस अंडरस्टैंडिग के बारे में कहा 'आउट होने के बाद मैं बहुत गुस्से में था और सच बताऊं तो मुझे सिर्फ तीन मिनट लगे अपने आप को शांत करने में। यह एक त्वरित प्रक्रिया थी। आउट होने के बाद मैं जल्दी गुस्से में आ गया और कुछ मिनटों बाद ड्रैसिंग रूम में बैठकर मैं हंसने लगा। जब मैं हंस रहा था तो दूसरे प्लेयर्स भी मेरी तरफ देखकर हंस रहे थे'।
आपको याद होगा पांड्या के रन-आउट होने के बाद कई लोगों ने इसके लिए रविंद्र जडेजा को जिम्मेदार ठहराया था। दरअसल जिस तरह से पांड्या फाइनल मैच में धुआंधार बैंटिंग कर रहे थे तब एक बार ऐसा लगा कि शायद पांड्या मैच जीता देंगे। लेकिन जिस तरह से पांड्या रन-आउट हुए तब लोगों ने जडेजा के ऊपर गुस्सा निकालते हुए कहा कि जडेजा को अपना विकेट खो देना चाहिए था। पांड्या ने फाइनल मैच में 43 गेंदों पर 76 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी जिसमें उन्होंने छह छक्के जड़े थे।
पिछले कई मुकाबलों में हार्दिक पांड्या ने शानदार प्रदर्शन कर ना सिर्फ अपनी काबलियत को साबित कर दिखाया है बल्कि पांड्या अब एक अच्छे फिनिशर के रूप मे इंडियन टीम का परमानेंट हिस्सा बन गए है।