नई दिल्ली। भारतीय महिला टी20 क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के डीएसपी पद पर आजकल खतरा मंडरा रहा है। खबरों की मानें तो पंजाब सरकार ने महिला क्रिकेट टीम की इस स्टार खिलाड़ी को डीएसपी से डिमोट करके कांस्टेबल बनाने की तैयारी कर ली है। दरअसल मार्च 2017 में हरमनप्रीत कौर को डीएसपी नियुक्त किया गया था। लेकिन पिछले दिनों चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की पड़ताल में उनकी ग्रेजुएशन की डिग्री जाली पाई गई। वह एनरोलमेंट नंबर यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड में ही नहीं था। अब उनकी शैक्षणिक योग्यता सिर्फ बारहवीं है। सर्विस रूल्स के मुताबिक उन्हें डीएसपी नहीं बनाया जा सकता।
लेकिन अब हरमनप्रीत कौर ने आखिरकार फर्जी डिग्री मामले पर चुप्पी तोड़ी है। हरमनप्रीत कौर ने सभी आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि उनकी डिग्री एकदम सही है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए हरमन ने कहा, "मैने सारी परीक्षाएं पास की है और मेरे सारे सर्टिफिकेट असली है। मेरा परीक्षा केंद्र दिल्ली में था। मेरे विषय समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी और सामान्य जागरूकता थे। जब आप ग्रेजुएशन पूरा करते हैं तो क्या आप यूनिवर्सिटी जाकर अपना इनरोलमेंट नंबर चेक करते हो। कोई भी ऐसा नहीं करता है। अगर में खेल रही हूं तो जाहिर है कि मेरा ध्यान क्रिकेट पर था। इसके अलावा मैं केवल अपना ग्रेजुएशन पूरा करना चाहती थी।"
हरमन ने आगे बताया कि उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में भी एडमिशन लिया था लेकिन क्रिकेट में बिजी रहने की वजह से वो डिग्री पूरी नहीं कर सकीं। उन्होंने कहा, "अपनी ग्रेजुएशन डिग्री से ही मैने दूसरी यूनिवर्सिटी में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लिया था लेकिन विदेशी टूर्नामेंट के चलते मैं पढ़ाई पूरी नहीं कर सकी। आज मेरी उसी डिग्री को झूठा बताया जा रहा है।" हालांकि भले ही हरमन से जुड़ी खबरें मीडिया में जोर पकड़ रही हों लेकिन उनका कहना है कि उन्हें अभी तक डिपार्टमेंट से कोई नोटिस नहीं मिला है।